नई दिल्ली : शुक्रवार देर शाम को पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पांच माह बाद जेल से रिहाई और फिर रविवार को अचानक उनकी पद से इस्तीफा देने की घोषणा से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर आप कार्यकर्ताओं और दिल्ली की जनता की नजर तो है ही, अधिकारियों में भी उत्सुकता है। अवकाश होने के चलते जब सोमवार को एक अधिकारी से बात की गई तो वह अपने घर पर थे। फोन उठाते ही उन्होंने कहा कि क्या चल रहा है आज तक, दिल्ली ही चर्चा में है।
राजनीति की बात हुई तो बात नए मुख्यमंत्री पर ही आ गई। अधिकारियों में नए मुख्यमंत्री को लेकर उत्सुकता इसलिए भी है कि इन्हें इन्हीं के साथ काम करना है और अधिकारी भी चाहते हैं कि मुख्यमंत्री सचिवालय आएं और कामकाज सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
पिछले पांच माह से दिल्ली सचिवालय मुख्यमंत्री के बिना है। पांच माह से अधिक समय से मुख्यमंत्री जेल में रहे हैं। मगर इससे पहले भी कई माह से मुख्यमंत्री सचिवालय नहीं जा रहे थे। उसका कारण मुख्यमंत्री कार्यालय में चल रहा नवीनीकरण कार्य भी रहा। माना जा रहा है कि 2021 में दिल्ली को लेकर संसद में पास किया वह संसोधन कानून भी है, जिसमें सरकार की शक्तियां एलजी के पास चली गई हैं। इसे लेकर भी केजरीवाल निराश हैं।
दिल्ली सचिवालय में सोमवार को अवकाश है, मगर आमतौर पर आजकल ऐसा माहौल रहता है कि चतुर्थ श्रेणी से लेकर विभाग प्रमुख तक समय मिलने पर दिल्ली को लेकर ही बात करते हैं। इन दिनों दिल्ली सचिवालय में मुख्य सचिव के पद पर कुछ दिन पहले ही धर्मेंद्र ने काम संभाला है। बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र का काम करने का तरीका अन्य अधिकारियों से अलग है। वह नए मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक से किस तरह के संबंध रहेंगे यह भी देखने वाली बात होगी।