विनेश और बजरंग कांग्रेस में शामिल, भाजपा के लिए झटका

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नई दिल्ली : ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और महिला पहलवान विनेश फोगट ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ थाम लिया। बुधवार को राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले दोनों पहलवान आज शुक्रवार को आधिकारिक रूप से पार्टी में शामिल हो गए। इसके साथ ही ये दोनों राज्य विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के प्रबल दावेदार हैं।

इससे इन दोनों को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। अब सवाल है कि इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा। दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा।

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के आने से कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी। इसका असर विधानसभा चुनाव में भी दिखेगा।

विनेश के गांव चरखी दादरी में युवाओं का कहना है कि यहां के लोग जंतर-मंतर की तस्वीरों को भूले नहीं है। बीजेपी की सरकार ने पहलवानों के साथ कैसा सलूक किया था, यह पूरी दुनिया ने देखा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों पहलवानों के कांग्रेस में शामिल होने का असर चरखी दादरी के साथ ही रोहतक और कुरुक्षेत्र तक पड़ेगा।

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है।

इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है। राजनीतिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि महिलाएं स्थानीय राजनीति में अधिक सक्रिय होतीं हैं तो राज्य में महिलाओं के मुद्दे जोरदार तरीके से उठाए जाते हैं।

विनेश फोगाट के लिए जुलाना और बादली सीटों पर विचार कर रही है। दोनों ही सीटों पर जाटों की अच्छी खासी आबादी है। कांग्रेस के कुलदीप वत्स जहां बादली का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं जुलाना से जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के अमरजीत ढांडा काबिज हैं। दिल्ली में कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया कि फोगाट जुलाना या दादरी से चुनाव लड़ सकती हैं, वहीं बजरंग पुनिया की नजर बादली पर है।