देहरादून : प्राथमिक शिक्षा विभाग के तहत चार जनपदों के 128 प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये हैं। शिक्षकों की नियुक्ति से प्रदेश के पर्वतीय और दूरस्थ क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों में अक्षर ज्ञान के दिये जल उठेंगे। नौनिहालों के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय लिया था, जिसे पूरा किया जा रहा है। नव नियुक्त शिक्षकों के आने से विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी और बच्चों को घर के समीप ही गुणवत्तापरक शिक्षा आसानी से सुलभ होगी।
यह बात प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज एससीईआरटी सभागार में आयोजित बेसिक शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कही। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे डा. रावत ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर शिक्षा व्यवस्था उच्चस्तरीय होनी जरूरी है ताकि नौनिहालों की शैक्षिक नींव मजबूत की जा सके। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा सफल नागरिक तैयार किये जाने का प्रथम सोपान है।
अगर बुनियाद सही है तो निश्चितौर पर भविष्य भी उज्ज्वल होगा। डॉ. रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा के ढ़ांचे को मजबूत करने के लिये कई ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं जिनमें प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति भी शामिल है। जिसके तहत प्राथमिक शिक्षा विभाग द्वारा इस वर्ष बेसिक शिक्षकों के 2906 रिक्त पदों विज्ञप्ति जारी की।
जिसमें पौड़ी जनपद में 298, चमोली 446, रूद्रप्रयाग 182, टिहरी 315, उत्तरकाशी 211, देहरादून 41, हरिद्वार 184, नैनीताल 190, अलमोड़ा 142, बागेश्वर 187, चम्पावत 75, पिथौरागढ़ 326 तथा ऊधमसिंह नगर में 309 पद शामिल हैं। इन विज्ञापित पदों के सापेक्ष सभी जनपदों में चार चरणों की कांउसिलिंग आयोजित की गई। जिसमें 2296 अभ्यर्थियों को चयनित किया जा चुका है।
जिसमें आज गढ़वाल मंडल के चार जनपदों पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, चमोली एवं हरिद्वार के 128 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये। जिसमें चमोली जनपद में 66, टिहरी 33, पौड़ी 8, तथा हरिद्वार में 19 शिक्षक शामिल हैं। इस दौरान डा. रावत ने सभी नव नियुक्त शिक्षकों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी साथ ही उन्होंने सभी शिक्षकों से पूर्ण मनोयोग के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने में योगदान देने की अपील भी की।