उत्तराखंड: केदारनाथ में राहुल गांधी, भाजपा-कांग्रेस में घमासान, पढ़ें पूरी खबर

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देहरादून: कांग्रेस सांसद पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी केदारनाथ यात्रा पर हैं. राहुल ने अपनी इस यात्रा को निजी और आध्यात्मिक बताया है. कांग्रेस ने भी लगभग दूरी बना रखी है, जो राहुल गांधी पहले ही कार्यकर्ताओं को संदेश दे चुके थे कि उनकी यात्रा को राजनीति रूप ना दें. लेकिन, भाजपा ने इसमें राजनीति कर दी. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा को सनातनन धर्म की जीत बताया, जिस पर कांग्रेस ने कड़ा पलटवार किया है.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि 100 करोड़ सनातनियों के जागने से गांधी परिवार को भी अब मंदिर-मंदिर भटकना पड़ रहा है. यह सनातन धर्म की जीत है. उनका कहना था कि ऐसा क्यों है कि चुनाव आते ही राहुल गांधी और सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी को मंदिरों की याद आती है.

चाहे केदारनाथ हो या काशी हो यह सब लोग चुनाव आते ही मंदिरों में जाना शुरू कर देते हैं. उन्होंने कहा कि वैसे तो यह देवभूमि है, यहां पर हर किसी का हम स्वागत करते हैं और बाबा केदार का आशीर्वाद उसको मिलता है, लेकिन यह सनातन धर्म की बहुत बड़ी जीत है कि गांधी परिवार को भी अब मंदिरों में आना पड़ रहा है. य

उनके इस बयान पर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने भाजपा नेता के आरोपों पर कड़ा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा हर एक विषय को धर्म से जोडती है, वो हमेशा धर्म की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि देश की जनता सब जान चुकी है.

गरिमा ने कहा कि राहुल गांधी की यह आध्यात्मिक और धार्मिक यात्रा है. लेकिन भाजपा इस पर भी राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि सुरेश जोशी ने अपने ढाई मिनट के एक वीडियो में गांधी परिवार को जितना नीचा दिखाया जा सकता था उतना दिखाया. उन्होंने अपनी ओच्छी मानसिकता का परिचय देते हुए गांधी परिवार के खिलाफ जितना जहर उगलना था उतना उगल लिया.

भाजपा से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि 2013 में जब केदारनाथ में देवीय आपदा से बड़ी तबाही आई थी. उसके बाद केदारनाथ जाने से लोग डर रहे थे, उसे समय में राहुल गांधी 19 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके केदारनाथ पहुंचे थे.

उस समय भी देश में नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं आई थी न ही नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व भारत को मिला था लेकिन फिर भी राहुल गांधी 19 किलोमीटर पैदल चल के केदारनाथ पहुंचे थे. एक संदेश देने लोगों को कि केदारनाथ सुरक्षित है. आज किस मुंह से सुरेश जोशी राहुल गांधी को और उनके परिवार को सनातन विरोधी बता रहे हैं.