हरिद्वार: आज देशभर में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। देवभूमि उत्तराखंड में भी बाबा केदार के दर से लेकर हरिद्वार और राजधानी देहरादून तक ध्वजारोहण किया गया। लेकिन, हरिद्वार में बाबाद रामदेव के साथ कुछ ऐसा हुआ कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हो गया। एक कार्यक्रम के में बाबा रामदेव के ध्वजारोहण के दौरान झंडे का ध्वजदंड टूट गया। बाद में टूटे हुए हिस्से को उठाकर हाथ से रस्सी खोली गई। यह घटना बहादराबाद क्षेत्र के गांव के मदरसे में सामने आई।
पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय और मदरसा छात्रों के साथ बाबा रामदेव ने तिरंगा यात्रा निकाली। कई गांवों से गुजरने के बाद तिरंगा यात्रा बोड्डाहेड़ी गांव स्थित मदरसा पहुंची।
यहां बाबा रामदेव की ध्वजारोहण करना था। बाबा रामदेव ने झंडे की रस्सी खींची, लेकिन गलत गिरह लगने के कारण ध्वज नहीं खुला। बाबा रामदेव ने जोर से झटका मारा तो ध्वजदंड टूट गया। ध्वज रस्सी और आधे डंडे समेत नीचे आ गिरा। जिससे बाबा रामदेव सहित मौजूद सभी लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
जिस ध्वजदंड पर झंडा लगाया गया था, वह काफी कमजोर था। इसलिए भी झंडे पल लगी खास तरह की गांठ नहीं खुली और ध्वजदंड टूट गया। जिस समय यह घटना हुई, आसपास भारी संख्या में लोग मौजूद थे। ध्वजदंड टूटते ही माहौल खराब न हो, इसलिए बाबा रामदेव ने खुद मोर्चा संभाला और सभी से संयम बनाए रखने के लिए कहा।