यूपी की जनता सवा चार साल में त्रस्त हो चुकी है। यहां गुंडे, माफियाओं और आपराधियों का आतंक है। बदमाश पुलिसकर्मियों को मार रहे हैं और सरकार कुछ पैसे देकर अपने आपको जिम्मेदारी से मुक्त मान लेती है। ये बातें बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को लखनऊ में कहीं।
मायावती ने कहा कि यूपी में पुलिस भी अपराधियों से डर रही है। सरकारी कर्मचारी यहां सबसे ज्यादा असुरक्षित है। बसपा सुप्रीमो ने मुख्तार की पार्टी के सपा के विलय की बात भी उठाई। उन्होंने कहा, विलय रद्द करना नाटक है। उन्होंने कहा कि दागियों को मंत्री बनाने से सपा का फायदा नहीं होगा।
मायावती ने आरोप लगाया कि सपा मुखिया की वजह से ही यूपी में गंभीर अपराध होते हैं। उन्होंने कहा कि सपा जातिवादी, क्षेत्रवादी मानसिकता की है, यूपी में विकास रुक गया है। मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा दादरी, मथुरा और कैरानी सपा-बीजेपी की देन है।
मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव देखते ही मोदी जनता से झूठे वादे करने लगे। 2014 में बीजेपी ने जो वादे किए थे उनका क्या हुआ। यूपी के लोगों को आज भी अच्छे दिनों का इंतजार है। उन्होंने सवाल उठाया कि दो साल में बीजेपी ने कितनी गरीबी दूर की?
मायावती ने कहा कि बीजेपी से बहुत ही सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, दिल्ली में केंद्र के अधीन लॉ एंड ऑर्डर फेल है। मायावती ने ये भी कहा कि यूपी की अपेक्षा दिल्ली की आबादी कम है फिर भी दिल्ली में कानून व्यवस्था फेल है। मायावती ने कहा कि बीएसपी में टिकट के लिए दूसरी पार्टियों में भगदड़ मची है।