नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने में जुटी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के सांकेतिक उपवास से पहले ही पार्टी विवादों में आ गई है। राजघाट पर बापू की समाधी के पास सुबह ११ बजे से उपवास पर बैठने वाले राहुल गाँधी दोपहर १ बजे तक राजघाट नहीं पहुंच पाए हैं। वहीं अनशन स्थल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को मंच से हटा दिया गया क्योंकि ये दोनों 1984 के दंगा मामले में दोनों आरोपी हैं।
राहुल गांधी के उपवास को लेकर पहले बताया गया कि वे सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक उपवास रखेंगे फिर बताया गया कि केवल 2 घंटों के लिए ही राहुल गांधी अनशन पर होंगे। राहुल गांधी तय किए हुए समय के 1 घंटे बाद भी उपवास स्थल पर नहीं पहुंचे हैं।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी दलितों पर अत्याचार के विरोध में एक दिन का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली का विरोध प्रदर्शन इसी का हिस्सा होगा। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजघाट पर इसी विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे। कांग्रेस के कार्यकर्ता देशभर में सभी जिला मुख्यालयों पर भाजपा सरकार के खिलाफ और देश में सांप्रदायिक सौहार्द व शांति को बढ़ावा देने के लिए एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे।
राजधानी में राहुल गांधी के साथ दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अजय माकन और पार्टी के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ और सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाला, कावेरी विवाद, आंध्र को विशेष दर्जा दिए जाने जैसे मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।