श्रीनगर : हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने आज कहा कि भारत और पाकिस्तान अपने स्तर पर कश्मीर मुद्दे का हल नहीं खोज पाएंगे और उन्होंने इस बाबत पोप फ्रांसिस समेत दुनियाभर के कई धार्मिक नेताओं को पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की है।
मीरवाइज ने पोप के अलावा दलाई लामा, मक्का में इमाम काबा और शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को भी पत्र लिखे हैं। हुर्रियत के एक प्रवक्ता ने बताया कि मीरवाइज ने कश्मीर के गंभीर हालात के संबंध में नयी दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) में कई देशों के राजदूतों को भी पत्र लिखे हैं।
प्रवक्ता के अनुसार मीरवाइज ने इन सभी से आग्रह किया है कि घाटी के हालात को गंभीरता से लिया जाए और वे एक कल्पनापूर्ण समाधान के लिए इस मुद्दे को मेज पर लाने की खातिर अपने ओहदों का इस्तेमाल करें।
मीरवाइज ने पत्र में लिखा, ‘भारत और पाकिस्तान नहीं कर सकते और अपने दम पर वे यह करने में सक्षम नहीं हैं।’ इस पत्र की प्रति यहां मीडिया को भी उपलब्ध कराई गयी, जिसके अनुसार, ‘अगर हमें दक्षिण एशिया में आर्थिक समृद्धि और विकास, शिक्षा और प्रगति, शांति और सुरक्षा देखनी है तो यह जरूरी हो जाता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसे गंभीरता से ले और कश्मीर में जमीनी हकीकत का खुद मूल्यांकन करने में सक्रिय हो।’