महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को शानदार जीत मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री के सवाल पर फैसला आने में समय लग रहा है। महाराष्ट्र का सीएम कौन होगा इसको लेकर तीनों दल मंथन में लगे हैं। इस बीच एक समाचार चैनल ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से बताया कि यह एक ऐसी प्रक्रिया होगी जिसमें भाजपा के राज्य कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। दरअसल, बीजेपी के कार्यकर्ता 2022 से ही देवेंद्र फडणवीस के लिए सीएम पद की मांग कर रहे हैं। हालांकि, पिछली गठबंधन की सरकार में एकनाथ शिंदे को शीर्ष नेतृत्व द्वारा यह भूमिका दी गई थी।
2024 के विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को जीत मिली है। वहीं, बीजेपी ने सर्वाधिक सीटों पर जीत हासिल की है। सबसे ज्यादा सीट होने के कारण बीजेपी के कार्यकर्ता देवेंद्र फडणवीस को सीएम चाहते हैं। वहीं, शिवसेना के कार्यकर्ता अपने नेता एकनाथ शिंदे को सीएम चाहते हैं।
शिंदे गुट के कुछ नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र दूसरा बिहार क्यों नहीं बन सकता, जहां चुनावों में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन के बावजूद नीतीश कुमार प्रमुख भूमिका में हैं। वहीं, सूत्रों की मानें तो अजित पवार इस बात के लिए तैयार हैं कि शीर्ष पद देवेंद्र फडणवीस को दिया जाए।
महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजों के बाद बीजेपी के पास 132 विधायक हैं, शिवसेना के पास 57 और एनसीपी के पास 41 विधायक हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए के लिए 145 का आंकड़ा चाहिए। बीजेपी को इस आंकड़े तक जाने के लिए अपने सहयोगियों में से केवल एक की जरूरत है।
माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सीएम के चेहरे पर एक से दो दिन में फैसला हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया की निगरानी करने वाले पर्यवेक्षकों के नाम अगले एक-दो दिन में तय कर लिए जाएंगे। महाराष्ट्र में मिली जीत के के बाद वरिष्ठ मंत्रियों और पार्टी नेताओं को पर्यवेक्षक बनाने की तैयारी है ताकि बड़ा राजनीतिक संदेश दिया जा सके।
पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें विधायकों से चर्चा के बाद नेता का चयन किया जाएगा। खबर है कि भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले सहयोगी दलों से चर्चा के बाद शीर्ष पद के बारे में फैसला किया जाएगा। सीएम एकनाथ शिंदे ने विगत दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। नए सीएम के बनने तक राज्यपाल ने उनको कार्यवाहक सीएम बनाया है।