तीसरी लहर के लिए इन राज्यों को करनी होगी और मेहनत, इतने दर तक बढ़ाना होगा वैक्सीनेशन…

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देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने काफी तबाही मचाई है। इस लहर में हुई तबाही को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीसरी लहर की तैयारियां जारी कर दी हैं। इस बीच वैक्सीनेशन को सबसे अहम माना जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से वैक्सीनेशन तेज करने का आदेश दिया है। बता दें कि सोमवार 21 जून को देश की सरकार ने एक दिन में 88.09 लाख वैक्सीन की डोज़ देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। लेकिन अब राज्य सरकारों की कमी देखने को मिल रही है।

जानकारी के मुताबिक राज्य सरकारों को राज्य में वैक्सीनेशन करने के लिए अलग अलग टारगेट दिया है। लेकिन राज्य सरकार टारगेट को पूरा करने में असफल रही हैं। केंद्र सरकार का कहना है कि अगर हमें कोरोना की तीसरी लहर से बचना है तो हमें पूरी तैयारियां करनी होंगी। अगर हम अपनी तैयारियों में कोई कमी छोड़ते हैं तो हमें इस लहर से काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। तो चलिए देश के अलग-अलग राज्यों ने वैक्सीनेशन के मामलों में कैसा प्रदर्शन किया है इस बारे में जानते हैं।
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पश्चिम बंगाल को तीसरी लहर को रोकने के लिए अभी अपने वैक्सीनेशन की दर को दोगुना करने की जरूरत है। बंगाल की तरह उत्तराखंड भी अपने टारगेट से 17 प्रतिशत नीचे है। बता दें कि 21 जून से ही उत्तराखंड अपने रोजाना के लक्ष्य से 17 फीसदी नीचे है। ग्राफ के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 21 जून को केवल 4 लाख वैक्सीन की लगी गई। ये आंकड़ा अपने टारगेट से 70 फीसदी नीचे है। बता दें कि उत्तर प्रदेश को हर रोज 13.3 लाख वैक्सीनेशन करने का टारगेट दिया गया था। वहीं अगर बात करें त्रिपुरा की तो त्रिपुरा अपने लक्ष्य से काफी आगे चल रहा है। यहां वैक्सीनेशन दर करीब 117 फीसदी ऊपर चल रही है।

तेलंगाना भी अपने लक्ष्य से 4 फीसदी ऊपर चल रहा है। बात करें राजस्थान की तो राजस्थान में रोजाना 2.7 लाख वैक्सीनेशन किए जा रहे हैं। लेकिन अब राजस्थान को 3.9 लाख वैक्सीनेशन रोजाना करने की जरूरत है। इसके अलावा 21 जून तक पुदुच्चेरी में वैक्सीनेशन दर डेली टारगेट से 88 फीसदी ऊपर चल रही है। बता दें कि अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है।