नई दिल्ली – बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल के बीच चल रहे झगड़े को सुलझाने की कांग्रेस ने पहल की है। सूत्रों का कहना है कि दोनों पार्टियों के नेताओं से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बात की है, ताकि, बिहार सहित पूरे देश में विपक्ष की एकता बरकरार रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि समय-समय पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गठबंधन के सहयोगियों से बात करती रहती है। इस पर पार्टी कोई टिप्पणी नहीं करती। सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की थी।
कांग्रेस रणनीतिकार इस विवाद को जदयू की राजद पर दबाव बनाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं। पार्टी के एक नेता ने कहा कि जदयू भ्रष्टाचार सहन नहीं करने की बात कर रहा है, पर जिस वक्त नीतीश ने लालू यादव से हाथ मिलाया था, उस वक्त लालू यादव को भ्रष्टाचार के मामले में सजा हो चुकी थी। ऐसे में इन दावे में कोई दम नहीं है।
गठबंधन के दो सहयोगियों के बीच झगड़े में कांग्रेस किसी एक के साथ खड़ा नहीं दिखना चाहती। हालांकि, कुछ हद तक पार्टी का झुकाव राजद की तरफ है, क्योंकि, कांग्रेस लालू प्रसाद यादव को एक भरोसेमंद सहयोगी मानती है। जबकि विपक्षी एकता को बरकरार रखने के लिए जदयू को भी नहीं खोना चाहती। कांग्रेस नेता ने कहा कि गठबंधन में इस तरह की दिक्कतें आती हैं।
कांग्रेस रणनीतिकारों का कहना है कि जदयू के विधायकों की संख्या राजद से कम है। ऐसे में राजद का पलड़ा भारी था। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दबाव बनाकर जदयू, राजद पर बढ़त हासिल करना चाहती है। राजद का दबदबा कम होने से जदयू को सरकार चलाने में आसानी होगी। वहीं, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री की छवि भी साफ रहेगी।