महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का दंगल जोर पकड़ता जा रहा है. जैसे-जैसे राजनितिक घमासान तेज हो रहा है, राजनीतिक दांव-पेच आजमाए जा रहे हैं. नेताओं के पार्टी छ्होड़ने का सिलसिला भी चल रहा. NCP की ओर से पुणे जिले के मावल विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक सुनील शेल्के की उम्मीदवारी की घोषणा के कुछ ही क्षण बाद BJP नेता और पूर्व राज्य मंत्री बाला भेगडे ने पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की है.
NCP के प्रदेश उपाध्यक्ष बापूसाहेब भेगडे ने भी बगावत कर दी और कहा कि वह 20 नवंबर को होने वाला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. बाला भेगडे ने मीडिया को बताया कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी है. वे सुनील शेल्के को हराने के लिए काम करेंगे.
2019 के विधानसभा चुनाव में सुनील शेल्के ने बीजेपी के पूर्व विधायक बाला भेगडे को हराया था. बापू भेगडे ने कहा कि उन्हें अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से टिकट मिलने का भरोसा था, लेकिन वादा पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा, “मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है, क्योंकि मुझे पार्टी ने टिकट का आश्वासन दिया था.
2019 के चुनाव में जब बीजेपी ने बाला भेगडे को टिकट देकर मैदान में उतारा था, तब सुनील शेल्के ने उनका विरोध किया और एनसीपी में जाकर शामिल हो गए थे और सीट जीत ली थी. अब सुनील शेल्के को महायुति गठबंधन से टिकट दिया गया है तो बापू भेगडे ने बगावत कर दी है. यह देखना दिलचस्प होगा कि इस सीट पर प्रतिद्वंद्वी एनसीपी शरद पवार की तरफ से किसे टिकट दिया जाता है.