सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के केवल एक हफ़्ते के अंदर भारतीय क्रिकेट बोर्ड के दृष्टिकोण में बदलाव करने में सफल रहे हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच 22 से 26 नवंबर तक खेले जाने वाला टेस्ट सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच दिन-रात का होगा। गांगुली ने इस टेस्ट को गुलाबी गेंद से खेलने का प्रस्ताव बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के सामने रखा था। हालांकि, बांग्लादेशी खिलाड़ी पहले इसके लिए तैयार नहीं थे। लेकिन कई दौर की बैठकों के बाद उन्होंने इसके लिए अपनी सहमति दे दी है।
गांगुली का कहना है कि यह एक अच्छी पहल है। और टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। साथ ही बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात का भी ख़ुलासा किया कि बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दिन-रात्रि के टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने सिर्फ़ 3 सेकेंड में ही अपनी सहमति जता दी थी। गांगुली ने बताया कि, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि वह क्या कारण थे, जो वो एडिलेड में दिन-रात्रि का टेस्ट मैच नहीं खेलना चाहते थे। मैंने उनसे एक घंटे तक बात की और मेरा पहला सवाल था, कि हमें दिन-रात्रि का टेस्ट खेलना होगा। और 3 सेकेंड में ही जवाब मिल गया कि आप ऐसा कर सकते हैं।”
गांगुली का कहना था कि, “मैं नहीं जानता कि पूर्व में क्या हुआ। और इसके क्या कारण थे। लेकिन मैंने पाया कि उन्हें (विराट कोहली) दिन-रात का टेस्ट मैच खेलना स्वीकार्य है। बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने कहा, “मैं जानता हूं कि, टी-20 में प्रत्येक स्टैंड खचाखच भरा होता है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उचित प्रबंधन से दर्शकों की वापसी संभव हो सकती है। यह भारत के लिए एक शुरुआत है। मेरा मानना है कि इससे टेस्ट क्रिकेट के अच्छे दिन फिर से लौट आएंगे।