उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में वांछित चल रहे दो परीक्षार्थियों को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में एक नमन शांबरी है, जो भोपाल के पीपलानी, नरेला शकरी का निवासी है, जबकि दूसरा शाहिद सिद्दीकी चंदौली की नई बस्ती मुगलसराय का रहने वाला है।
एसटीएफ के एएसपी लाल प्रताप सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान नमन शांबरी ने खुलासा किया कि उसकी पहचान राजीव नयन मिश्रा से थी, जो 2014 से उसके घर के पास रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता था। 2021 में राजीव ने मकान बदलकर भारत नगर में रहना शुरू किया, जहां से उसकी मुलाकात सुभाष प्रकाश से कराई गई। सुभाष ने बताया था कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराते हैं और आरओ/एआरओ परीक्षा का भी पेपर दिलवा सकते हैं, इसके बदले 10-12 लाख रुपये की मांग की गई।
नमन ने कुछ पैसे सुभाष के खाते में ट्रांसफर किए थे, जिसके बाद राजीव और सुभाष ने उसे व्हाट्सएप के जरिए पेपर भेजा। यही पेपर परीक्षा में आया था। नमन ने आगरा के एक सेंटर पर परीक्षा दी थी। बाद में जब उसे राजीव और सुभाष की गिरफ्तारी की जानकारी मिली, तो उसने अपने मोबाइल से सभी डेटा डिलीट कर दिया था। एसटीएफ अब दोनों आरोपियों से आगे की पूछताछ कर रही है और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है।