बिहार सरकार में वापसी के लिए आरजेडी की कोशिशें लगातार जारी हैं। खबर है कि एनडीए में कुछ सही नहीं चल रहा है। जिसको लेकर आरजेडी एक बार फिर सत्ता में आने की कोशिशों में जुट गई है। आरजेडी के नेता के द्वारा दिए गए बयान के बाद बिहार सरकार में खलबली मच चुकी है। आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने बयान में दावा किया है कि 15 अगस्त से पहली ही तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन जाएंगे। उनकी ये बात पुरे बिहार में चर्चा का विषय बनी हुई है। बता दें कि सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि अब एनडीए के नेता भी पार्टी में कुछ सही न होने की बात कह रहे हैं।
आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने बयान में कहा कि “इस ‘खेले’ से बिहार की सियासत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नीतीश कुमार की सरकार गिरने वाली है। स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन गांधी मैदान में तिरंगा फहराएंगे।” उनके इस दावे से साफ जाहिर होता है कि आरजेडी कुछ बड़ा करने की सोच रहे हैं। गौरतलब हैं कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर जेडीयू और बीजेपी में आमने सामने आ गई हैं। जिसके बाद अब दोनों पार्टियों में बदलाव की संभावना जताई जा रही है।
इसके साथ ही आपको बता दें कि वीआईपी के मुकेश सहनी भी भाजपा से नाराज़ चल रहे हैं। ऐसे में एनडीए गठबंधन के टूटने की ओर भी ज्यादा उम्मीदें जताई जा रही हैं। इस बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री शाहनवाज हुसैन की मुलाकात बीजेपी के लिए चिंता का कारण बन गया है। दोनों दलों के बीच अगर बात संभाली नहीं तो बदलाव की संभावना ज्यादा है।