पुणे: महाराष्ट्र के पुणे के हिंजवाड़ी इलाके में गुरुवार को एक मिनीबस में लगी आग में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए। इस घटना को पहले एक दुर्घटना माना जा रहा था, लेकिन पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सभी को चौंका दिया। पुलिस के अनुसार, यह आग किसी तकनीकी खराबी या हादसे के कारण नहीं लगी, बल्कि यह मिनीबस चालक जनार्दन हंबार्डिकर द्वारा रची गई एक सुनियोजित साजिश थी।
बदले की आग में झोंक दी जिंदगियां
हिंजवाड़ी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोराट ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि बस चालक ने जानबूझकर वाहन में आग लगाई और इसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। पूछताछ में सामने आया कि जनार्दन हंबार्डिकर अपने सहकर्मियों से नाराज था और बदला लेने के इरादे से उसने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया।
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हंबार्डिकर ने बस में ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगाई। आग लगते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई, लेकिन कुछ लोग बाहर निकलने में सफल नहीं हो सके और उनकी मौके पर ही जलकर मौत हो गई। बाकी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
सीसीटीवी और सबूतों से खुला राज
जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट में इस घटना के पीछे की साजिश सामने आई। इसके बाद पुलिस ने बस चालक जनार्दन हंबार्डिकर को गिरफ्तार कर लिया।
अब क्या होगा?
पुलिस ने चालक के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस घटना ने पुणे समेत पूरे महाराष्ट्र को हिला कर रख दिया है। प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए यात्रा सुरक्षा और वाहनों की निगरानी प्रणाली को मजबूत करने की योजना बना रहा है।
न्याय की मांग, सख्त कार्रवाई की अपील
पीड़ितों के परिवारवालों ने सरकार से कड़ी कार्रवाई और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि निजी नाराजगी को सार्वजनिक सुरक्षा से जोड़ना कितना घातक हो सकता है।
अधिक जानकारी के लिए जुड़े रहें।