पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी में साढ़े तेरह हजार करोड़ के घोटाले के आरोपी भगौड़े मेहुल चोकसी को लेकर फिर एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि भगौड़े मेहुल को वापस भारत लाने की पूरी कोशिशें की जा रही हैं। जानकारी मुताबिक मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से क्यूबा भागने की फिराक में डोमिनिका पुलिस ने धर दबोचा था। इसके बाद उसको भारत वापस लाए जाने की बात सामने आई थी। लेकिन डोमिनिका सरकार ने इस पर रोक लगा दी। बता दें कि अब मेहुल को भारत प्रत्यर्पित को लेकर तैयारियां और भी ज्यादा तेज हो गई हैं।
खबर मिली है कि पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत के उच्चायुक्त अरुण कुमार साहू अगले सप्ताह डोमिनिका जा सकते हैं। शुक्रवार सुबह 9 बजे डोमिनिका की अदालत में इस मामले पर सुनवाई होनी है। जिसके बाद हो सकता है उनको भारत वापस लाया जा सके। अदालत ने उसे अपने वकील से मिलने की अनुमति दे दी है। वहीं इससे पहले मेहुल के वकील वेन मार्श का कहना था कि उन्हें मेहुल से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “हमें 27 मई, 2021 को अपने मुवक्किल से मिलने से मना कर दिया गया। लगभग 7:30 बजे मुझे आखिरकार उससे बात करने की अनुमति दी गई।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मेहुल को बुरी तरह से मारा पीता गया है। उन्होंने कहा कि “हमने देखा कि उसे बुरी तरह पीटा गया था, उसकी आंखें सूज गई थीं, और उसके शरीर पर कई जले हुए निशान थे। उसने मुझे बताया कि एंटीगा में जॉली हार्बर में उसका अपहरण कर लिया गया। इसके बाद एक 60-70 फीट की नाव के जरिए उसे एंटीगा से डोमिनिका लाया गया।” उनके वकील का कहना है कि मेहुल अब भारत के नागरिक नहीं हैं। जिसकी वजह से उनका सिर्फ एंटीगुआ ही डिपोर्ट किया जा सकता है। बता दें कि चोकसी को 2017 में एंटीगुआ और बरबुडा की नागरिकता मिली थी। 2018 में भारत से भागने के बाद से ही चोकसी एंटीगुआ में रह रहा था।