अपनी जिंदगी में आपने शादियों के कई किस्से सुने होंगे। कुछ किस्से तो ऐसे होते हैं, जो खबरों तक में आ चुके हैं। ऐसा ही एक किस्सा हम आपको सुनाने जा रहें हैं जो हाल ही में पेश आया है। ये किस्सा राजस्थान के भरतपुर का है। यहां एक दुल्हन की विदाई डोली में नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर में हुई। जब इसके बारे में जानकारी हासिल की गई तो पता चला कि दूल्हे के पिता ने ये सब सिर्फ एक ताने की वजह से किया था। गांव में हेलीकॉप्टर को देख हर कोई हैरान हो गया था। और हेलीकॉप्टर को लगातार देखा जा रहा था।
दूल्हा कैमरी गांव का रहने वाला था। उसके पिता का नाम राधेश्याम सैनी है। वह एक ठेकेदार हैं। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि “एक दिन अपने परिवार के छोटे बच्चे को मैं प्लास्टिक के छोटे हेलीकॉप्टर से खिला रहा था तभी गांव के एक आदमी ने मुझे ताना मरते हुए कहा कि राधेश्याम इस ही हेलीकॉप्टर से बच्चे को खिलाता रहेगा या अपने बेटे की दुल्हन को लाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजेगा।” दूल्हे के पिता ने बताया कि ये बात उनको काफी बुरी लग गई, जिसके बाद उन्होंने अपने बेटे की दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लाने का फैसला किया।
हेलीकॉप्टर से दूल्हे को घर आता देख दुल्हन खुशबू समेत पूरा गांव खुश था। जिसके चलते खुशबू के परिवार के साथ साथ पूरे गांव ने दूल्हे का स्वागत किया। दूल्हे का नाम विजेंद्र सैनी है। वह 12वीं कक्षा में पढ़ता है और उसने एक कपड़े की दुकान खोली है जिससे वो कमाई करता है। जानकारी के अनुसार राधेशाम सैनी के दो बच्चे हैं। जिसमें से एक की शादी पहले ही हो चुकी हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गांव को औरतों ने भी उनकी पत्नी को ताना दिया था। बच्चे की शादी पक्की होने के बाद जब उनकी पत्नी गांव की महिलाओं से खराब रोड की शिकायत करने गई तो उन्होंने कहा कि “रास्ता खराब है तो अपने बेटे की दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर आना।” उन्होंने बताया कि इस बात की बाद उन्होंने पक्का कर लिया कि अब अपने बेटे की दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ही लाना है और ऐसा ही हुआ।