उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की जान लेने वाले आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) के खिलाफ अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है और न ही अभी तक उनको गिरफ्तार किया गया है। बता दें वह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी (Union minister Ajay Mishra) के बेटे हैं। किसानों का मानना है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे होने की वजह से आशीष मिश्रा को बचाया जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि उन्होंने कल आशीष को नोटिस जारी किया था और आज सुबह 10 बजे पेश होने को कहा था। लेकिन वह पेश नहीं हुए।
पुलिस के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारी उपेंद्र अग्रवाल ने आशीष मिश्रा का काफी इंतजार किया लेकिन आखिर में वह यूपी पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुए। गौरतलब हैं कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपनी गाड़ी से रौंदने आशीष मिश्रा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है। जिसकी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यूपी सरकार पर गुस्सा जाहिर किया। कोर्ट ने दो टूक लहजे में कहा कि “हम यूपी सरकार की जांच से संतुष्ट नहीं। राज्य सरकार को कदम उठाने होंगे।”
बता दें कि इस मामले में यूपी पुलिस ने लवकुश और आशीष पांडे नाम के 2 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। पुलिस का कहना है कि ये दोनों आरोपी भी हिंसा में शामिल थे। किसानों ने आशीष मिश्रा के अलावा 6 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज करवाया था। जिसमे से तीन अज्ञात आरोपियों की मौक़े पर ही मौत हो गई थी और पुलिस ने अब तक दो आरोपी गिरफ़्तार कर लिए हैं। जबकि एक नामज़द आरोपी आशीष मिश्रा और एक अज्ञात आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।