अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार इस साल डेरॉन ऐसमोग्लू, साइमन जॉनसन और जेम्स ए. रॉबिन्सन को दिया गया है। पुरस्कार देने वाली रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज की नोबेल समिति ने कहा कि तीनों अर्थशास्त्रियों ने किसी देश की समृद्धि के लिए सामाजिक संस्थाओं के महत्व को रेखांकित किया है।
गौरतलब है कि अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार राष्ट्रों के बीच समृद्धि में अंतर पर शोध के लिए दिया जाता है। नोबेल समिति ने कहा कि खराब कानून शासन वाला समाज और जनसंख्या का शोषण करने वाली संस्थाएं विकास या बेहतर बदलाव नहीं लाती हैं। पुरस्कार विजेताओं के शोध से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि ऐसा क्यों होता है। पुरस्कार की घोषणा सोमवार को स्टॉकहोम में की गई। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार ऐसमोग्लू और जॉनसन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में काम करते हैं। वहीं रॉबिन्सन, शिकागो विश्वविद्यालय में अपना शोध करते हैं।
अर्थशास्त्र पुरस्कार को औपचारिक रूप से अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में बैंक ऑफ स्वीडन पुरस्कार के रूप में जाना जाता है। केंद्रीय बैंक ने 1968 में नोबेल की स्मृति में इसकी स्थापना की थी। नोबेल 19वीं सदी के स्वीडिश व्यवसायी और रसायनज्ञ थे, जिन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था और पांच नोबेल पुरस्कारों की स्थापना की थी।
हालांकि नोबेल के शुद्धतावादी इस बात पर जोर देते हैं कि अर्थशास्त्र का पुरस्कार तकनीकी रूप से नोबेल पुरस्कार नहीं है, लेकिन इसे हमेशा 10 दिसंबर को अन्य पुरस्कारों के साथ प्रदान किया जाता है, जो 1896 में नोबेल की मृत्यु की वर्षगांठ है। पिछले सप्ताह चिकित्सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की गई।
इससे पहले नोबेल समिति की ओर से कई अन्य क्षेत्रों में भी नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जा चुकी है। इसके तहत फिजिक्स के लिए जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन को नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी। वहीं रसायन विज्ञान के लिए डेविड बेकर, डेमिस हसबिस और जॉन जम्पर को 2024 में नोबेल पुरस्कार मिला।
फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिए विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन ने इस साल का नोबेल पुरस्कार जीता है। साहित्य के लिए दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। वहीं, शांति के लिए जापानी समूह निहोन हिडांक्यो को इस साल का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।