म्यांमार ने हिंसा भड़कने के बाद भागकर बांग्लादेश में दाखिल हुए करीब पांच लाख रोहिंग्या मुसलमानों को वापस लेने का प्रस्ताव दिया है, म्यांमार और बांग्लादेश ने शरणार्थियों की वापसी में समन्वय के लिए एक कार्य समूह के गठन पर भी सहमति जताई है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एएच महमूद अली ने म्यांमार के वरिष्ठ प्रतिनिधि क्याव तिन्ट स्वे के साथ संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि वार्ता दोस्ताना माहौल में हुई और म्यांमार ने रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने का प्रस्ताव दिया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि म्यांमार की सीमा से लगे बांग्लादेश की सीमावर्ती क्षेत्र में 800,000 से अधिक शरणार्थी हैं जिनकी वापसी की प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक संयुक्त कार्य समूह का गठन करने पर दोनों देशों ने सहमति जताई है।
उन्होंने कहा कि यह बैठक शांतिपूर्ण ढंग से हुई और बांग्लादेश ने म्यांमार के प्रतिनिधि को प्रस्तावित समझौते का मसौदा भी सौंपा और सुझाव दिया कि संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अन्नान आयोग की रिपोर्ट का क्रियान्वयन किया जाए।