राष्ट्र राजधानी दिल्ली में एमसीडी द्वारा तोड़ फोड़ के बाद अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने चुप्पी तोड़ दी है। पिछले कुछ समय से एमसीडी द्वारा लगातार बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। जिसपर अब तक हर कोई चुप्पी साधा हुआ था, लेकिन अब केजरीवाल ने इस कार्यवाई का विरोध किया है। केजरीवाल ने कहा कि “कई जगह बुलडोजर चलाए जा रहे हैं और कहा जा रहा है अगले कई महीनों तक बुलडोजर चलाए जाएंगे। कह रहे हैं जितना अवैध अतिक्रमण है, उनको हटाया जाएगा।
आगे बात करते हुए सीएम कहते हैं कि “हम खुद भी अतिक्रमण के खिलाफ हैं, हम नहीं चाहते कि अवैध बिल्डिंग बने या कब्जे हों, लेकिन दिल्ली प्लान तरीके से नहीं बनी। 80% से ज्यादा दिल्ली अतिक्रमण या अवैध निर्माण के दायरे में आएगी तो सवाल उठता है क्या 80 फ़ीसदी दिल्ली को तोड़ा जाएगा?” प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी से बुलडोजर चलाने को लेकर रिपोर्ट मांगी है।
रिपोर्ट की मांग करते हुए केजरीवाल कहते हैं कि “जिस तरह से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, उसमें ना कागज हैं, ना किसी को मौका दिया जा रहा है। बुलडोजर लेकर पहुंच जाते हैं और किसी की भी मकान दुकान तोड़ने लग जाते हैं। यह ठीक नहीं है, जिस तरीके से हटाया जा रहा है वह ठीक नहीं है। इनकी प्लानिंग है कि दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों को तोड़ा जाएगा, कच्ची कॉलोनियों में 50 लाख लोग रहते हैं। इनकी प्लानिंग है झुग्गियों को तोड़ा जाएगा, जिसमें 10 लाख लोग रहते हैं। 3 लाख ऐसे हैं, जिनके घर में नक्शे से अलग थोड़ा बहुत अतिक्रमण हुआ है या अवैध निर्माण हुआ है।”
अपने धाकड़ अंदाज में इस मामले पर बात करते हुए वह कहते हैं कि “अभी मैंने विधायकों की बैठक की है और यही कहा है कि जेल भी जाना पड़े तो डरना मत, लेकिन आपको जनता के साथ खड़ा होना है इस तरह से बुलडोजर चलाना ठीक नहीं है, दादागिरी करना ठीक नहीं है। 63 लाख लोगों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। आजाद भारत का यह सबसे बड़ा विध्वंस होगा। यह ठीक नहीं है, चुनाव से पहले बीजेपी ने कहा था कच्ची कॉलोनियों के लोगों को मालिकाना हक दिलाया जाएगा, चुनाव से पहले बीजेपी ने कहा था जहां झुग्गी वहां मकान बना कर दिया जाएगा, अब ये लोग तोड़ने को आ गए।”