महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बने रहने के लिए होने वाले 9 सीटों के चुनाव पर कांग्रेस ने अपना फैसला बदलते हुए केवल एक ही सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है,जिससे उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री बने रहने का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है।शिवसेना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विधान परिषद की डिप्टी चेयरपर्सन नीलम गोरहे को प्रत्याशी बनाया है।
दरअसल,पिछले 28 नवंबर को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का किसी भी सदन का सदस्य ना होने के कारण संवैधानिक नियमों के अनुसार 27 मई तक उनको किसी भी सदन का सदस्य होना अनिवार्य है। विधायक नहीं बनने पर उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्र पद से इस्तीफा देना होगा। इसके बाद पुनः सरकार गठन की प्रक्रिया राज्यपाल के फैसले पर निर्भर होगा।विधानसभा के वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल 24 अप्रैल को समाप्त होने के बाद 9 सीटें खाली हो गई है। जिस पर चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने पहले दो सदस्यों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करने की घोषणा की थी लेकिन अब कांग्रेस ने 1 ही सीट पर चुनाव लड़ने की सहमति जताई है।इसके साथ ही,राकांपा की ओर से शशिकांत शिंदे और अमोल मितकारी उम्मीदवार हैं।
वहीं विपक्षी दल भाजपा ने अपने 4 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है।भाजपा ने राकांपा के पूर्व सांसद रंजीतसिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पडालकर, प्रवीण दटके और अजीत गोपछड्डे को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा प्रत्याशियों ने शुक्रवार को ही नामांकन भी दाखिल कर दिया था, जबकि उद्धव समेत एमवीए के पांचों प्रत्याशी की अंतिम तिथि 11 मई को नामांकन दाखिल करेंगे।