राजनीति में कुछ भी हो सकता है, ये लोगों का कहना है, हालांकि ये सिर्फ बातें ही नहीं बल्कि हकीकत भी है। आज राजनीति से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे। ये मामला मध्य प्रदेश का है। हाल ही में दमोह जिले के गैसाबाद में पंचायत चुनाव हुए। इस चुनाव में अनुसूचित वर्ग की महिला सरपंच चुनी गई। पंचायत में करीब 11 महिला पंच भी निर्वाचीत हुईं। बता दें कि चुनाव में बाद इनको शपथ दिलाई जानी थी। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में किसी ने सोचा भी भी होगा।
दरअसल, जब इसके लिए शपथ ग्रहण समारोह रखा गया तो यहां महिलाओं को बुलाया ही नहीं गया। लेकिन उनका शपथ ग्रहण समारोह पूरा हो गया। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान ग्राम पंचायत में जब चुनी गई महिला पंचों की शपथ लेने की बारी आई तो उनकी जगह उनके पतियों को शपथ लेने के लिए स्टेज पर बुलाया गया। उनको सिर्फ स्टेज पर बुलाया ही नहीं गया, बल्कि उन्होंने इस पद के लिए शपथ भी ली।
सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसको देख पूरे राज्य में बवाल मच गया है और लोग हैरान भी हैं। हालांकि अब इस पर एक्शन लिया गया है और चुनी गई महिला पंचों का फिर से शपथ ग्रहण समारोह रखा गया और उनको शपथ दिलाई। जिला पंचायत के सीईओ अजय श्रीवास्तव का कहना है कि ये कानून के खिलाफ है और इसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि “ऐसा होना नियमों के खिलाफ है और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी. सारे घटनाक्रम ने ये साबित कर दिया है कि सरकारों की लाख कोशिशों के बाद भी व्यवस्था अब भी दुरुस्त नहीं है।”