भारत ही नही,पूरे विश्व के तमाम देशो में COVID-19 के संकट को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में सभी गतिविधियों पर रोक लग जाने से ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली कंपनी UBER को अरबों में घाटा हुआ है जिसके चलते कंपनी ने अपने 3,700 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकाल दिया।उबर ने इन कर्मचारियों को जूम के जरिए वीडियो कॉल कर जानकारी दी।उबर ने कहा कि,आपका काम प्रभावित हुआ है और आज आपका उबर के साथ काम करने का अंतिम दिन है।
आपको बता दें कि,UBER के कई कर्मचारियों ने उबर के व्यवहार की निंदा की और कहा कि कंपनी को पहले नोटिस देना चाहिए था. अचानक कॉल करके 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकालना उचित नहीं है।दरअसल,उबर को चालू वित्त वर्ष में पहली तिमाही में 2.9 अरब डॉलर का घाटा हुआ है। कंपनी ने अपनी बाइक और स्कूटर का कारोबार भी बंद कर दिया है।कंपनी ने कहा कि वह अपने बाइक और स्कूटर कारोबार ‘जंप’ को बेच रही है। जंप की बिक्री लाइम को की जाएगी, जो उबर में 8।5 करोड़ डॉलर का निवेश कर रही है। कंपनी ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि जंप को एक तिमाही में करीब 6 करोड़ डॉलर का घाटा हो रहा था।
हलांकि,लॉकडाउन में रेस्टोरेंट और होटलों के बंद हो जाने से उबर ईट्स फूड डिलीवरी कारोबार की बुकिंग में 54 फीसदी तेजी दर्ज की गई, जबकि राइड कारोबार की बुकिंग में लॉकडाउन के चलते 3 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। पहली तिमाही में विदेशी बाजारों में उबर के निवेश के मूल्य में 2.1 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई।