दिल्ली समेत आस-पास के राज्य पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. 6 दिनों से तो हालात काफी ज्यादा बिगड़ते दिख रहे हैं. लेकिन सोमवार को तो आलम ये था कि सुबह के समय विजिबिलिटी शून्य के बराबर पहुंच गई थी. सांस लेना तो दुभर हो ही रहा है, लेकिन स्कूल और ऑफिस जाने वालों को इस कारण अच्छी-खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गाड़ियां कछुए की रफ्तार से चल रही हैं.
इस बीच दिल्ली में सरकार ने कुछ समय के लिए स्कूल और कॉलेज बंद करवा दिए हैं. छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. सभी के मन में अब ये सवाल उठ रहा है कि क्या ऑफिस भी बंद होंगे? यानि कोरोना काल जैसे वर्क फ्रॉम (WFH) फिर से शुरू हो जाएगा?
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 के पार है. खराब विजिबिलिटी से हवाई और रेल सेवा पर भी असर पड़ा है. कई फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं तो ट्रेनों की रफ्तार भी कम विजिबिलिटी के कारण धीमी पड़ गई है.
दिल्ली-NCR में धुंध और प्रदूषण का डबल अटैक पड़ा है. प्रदूषण से राजधानी दिल्ली गैस चेंबर बनी हुई है. जहरीली हवा से लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है. दमघोंटू हवा में सांस लेना काफी मुश्किल भरा हो रहा है. अगले 5 दिनों तक प्रदूषण से राहत नहीं मिलेगी.