मोहाली में महिला टीम की हार के बाद उसी मैदान पर विराट कोहली के बल्ले ने ऐसा आग उगला कि कंगारू टीम के सारे आक्रमण धरे के धरे रह गए। एक तरह से नॉकआउट कहे जाने वाले इस मुकाबले में टीम इंडिया ने कोहली के चमत्कारिक प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को 5 गेंद शेष रहते 6 विकेट से हराते हुए लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
पिछली बार की उपविजेता रही टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दमदार खेल दिखाया और ऑस्ट्रेलिया से मिले 161 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारत ने 19.1 ओवर में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया। कोहली एक बार फिर जीत के नायक बने और उन्होंने 51 गेंदों में 9 चौके और 2 छक्के की मदद से अविजित 82 रनों की पारी खेली। साथ ही उन्होंने कप्तान धोनी के साथ पांचवें विकेट के लिए 67 रनों की अटूट साझेदारी की। जीत का चौका धोनी के बल्ले से निकला। कप्तान ने 9 गेंदों में 14 रन बनाए।
अब सेमीफाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला वेस्टइंडीज से 31 मार्च को होगा। जबकि वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल मुकाबला बुधवार 30 मार्च न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच होगा। मोहाली में पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम ने 6 विकेट पर 160 रन बनाए। उसकी ओर से ऐरोन फिंच ने 43 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली।
हार्दिक पांड्या ने 2 विकेट झटके जबकि अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे शेन वाटसन ने भी 23 रन देकर 2 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया के बाहर होने से वाटसन का अंतरराष्ट्रीय करियर यहीं पर खत्म हो गया। उन्होंने इस मैच से पहले ही ऐलान कर दिया था कि इस टी-20 वर्ल्ड कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
सेमीफाइनल में जाने के लिए मिले 161 रनो के जवाब में भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दी। शिखर धवन ने पहले ओवर में अपनी पहली गेंद पर चौका जड़ा। तीसरे ओवर में धवन ने हेजलवुड की गेंद पर छक्का लगाया। अगले ओवर में रोहित ने भी मैच में अपना पहला चौका घुमाया। लेकिन चौथे ओवर में वह (13) कैच आउट हुए।
पहला विकेट गिरने के बाद विराट कोहली ने आते ही लगातार दो चौके लगाए। कुछ ही देर में रोहित शर्मा (12) कंगारू गेंदबाज शेन वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हुए। इसके बाद सुरेश रैना (10) ने एक चौका लगाया। लेकिन कंगारू ऑलराउंडर वॉटसन की घातक गेंद का शिकार हो गए।
12 वें ओवर में विराट कोहली ने टीम की ओर से दूसरा छक्का लगाया। अगले ओवर में युवराज के छक्के ने मोहाली के मैदान की रौनक बढ़ा दी। चोटिल होने के चलते युवराज मैदान में काफी संघर्ष करते हुए नजर आए। 14 वें ओवर में उन्होंने अपना विकेट गंवाया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी हुई। युवराज 21 के स्कोर पर वॉटसन के शानदार कैच का शिकार हुए।
उनके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर पहुंचे। धोनी के चौके ने भारत के 100 रन पूरे किए। फिर कोहली ने अपने बल्ले की हनक दिखाई और 17 वें ओवर में फिफ्टी पूरी की। अगले ओवर की पहली दो गेंदों पर कोहली ने दो ताबड़तोड़ चौके और अगली गेंद पर एक छक्का लगाया। अब 12 गेंदों पर भारत को जीत के लिए 20 रनों की जरुरत थी। पहली गेंद डॉट जाने के बाद कोहली ने 19 वें ओवर की दूसरी, तीसरी और चौथी गेंद पर ताबड़तोड़ तीन चौके जड़े। आखिरी गेंद पर भी कोहली ने चौका लगाया। आखिर ओवर में कप्तान धोनी के चौके ने टीम इंडिया की जीत में मुहर लगा दी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी बेहद आक्रामक रही। हालांकि पहले ओवर में भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने कंगारू ओपनर उस्मान ख्वाजा को एक ही चौका दिया लेकिन अगले ओवर में ख्वाजा ने जसप्रीत बुमराह को नहीं बख्शा और उनके ओवर में चार ताबड़तोड़ चौके जड़ दिए। तीन ओवर में 32 रन लुटाने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे ओवर में ही फिरकी गेंदबाज आर अश्विन को उतार दिया।
अश्विन को भी कंगारूओं ने नहीं छोड़ा और उनके पहले ही ओवर में एेरोन फिंच ने लगातार दो छक्के जड़ दिए। ऑस्ट्रेलियाई टीम महज चौथे ओवर में ही 50 रन का आंकड़ा पार कर गई। लेकिन पांचवें ओवर में टीम की वापसी कराते हुए नेहरा ने ख्वाजा (26 रन, 6 चौके) को विकेट के पीछे कैच आउट कराकर चलता किया। पहले झटके के बाद भारतीय गेंदबाजों ने कंगारू बल्लेबाजों पर दबाव डालना शुरू किया। तीसरे नंबर पर डेविड वॉर्नर पहुंचे। दूसरी सफलता अश्विन ने डेविड वॉर्नर (6) को आउट कर दिलाई।
युवराज ने अपनी पहली ही गेंद पर कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ (2) को आउट कर भारत की झोली में तीसरी सफलता डाली। 13 वें ओवर में फिंच (43) ने हार्दिक पांड्या की गेंद पर चौका जड़कर टीम के 100 रन पूरे किए। हालांकि अगली गेंद पर वह बाउंड्री पर कैच आउट हो गए। 17 वें ओवर में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने खतरनाक लग रहे ग्लेन मैक्सवेल (31) को आउट कर भारत की झोली में पांचवीं सफलता डाली। आखिर में भारत की ओर से कसी हुई गेंदबाजी हुई। हार्दिक ने आखिर ओवर की पहली गेंद पर जेम्स फॉकनर (10) को बाउंड्री पर कैच आउट किया।