कॉमेडी सीरियल की जब भी बात होती है तो सबसे पहले द कपिल शर्मा शो का नाम आता है। शो के होस्ट कपिल शर्मा का मजाक करने का अंदाज लोगों को खूब पसंद आता है। आम आदमी के रोजमर्रा के जीवन से जुड़ी बातों से वह ऐसी बातों को निकाल कर लाते हैं और हस्तियों से सवाल पूछते हैं कि लोग कायल हो जाते हैं। वहीं, इस शो में बतौर होस्ट गेस्ट या कहे मेंटर की भूमिका में बैठे क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की बेबाकी भी लोगों के दिल को छूती है। सिद्धू की मौके पर ही की गई शायरी, लोगों को खूब भा रही है।
बोलने में सिद्धू का जवाब नहीं, उन्हें पकड़ पाना आसान नहीं माना जाता। जब वह कमेंट्री भी करते थे तब भी लोग यही बोलते थे और जब टीवी पर वह शो में बैठते हैं तब भी लोग ऐसा ही बोलते थे।
लेकिन, एक बार फिर रविवार को ही द कपिल शर्मा शो में कॉमेडी के ठहाकों के बीच अचानक कपिल शर्मा ने बतौर मेहमान शो में आए बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन और आशुतोष गोवारीकर से इशारों इशारों में राजनीतिक सवाल पूछ लिया। कपिल शर्मा ने मेहमानों से सवाल किया कि सिद्धू जी किसके हैं। इनके, इनके या फिर ‘आप’के।
कपिल ने यह सवाल क्या किया, मेंटर की सीट पर बैठे सिद्धू के चेहरे से हंसी गायब हो गई और वह फिर गुस्से में आ गए. उन्होंने सवाल के बाद टेबर पर रखा मोबाइल जैसा कुछ उठाया और लगभग कपिल शर्मा की ओर फेंकने जैसा एक्शन ही किया, लेकिन फेंका नहीं. कपिल शर्मा ने शो में ही एक सवाल के जवाब में बोला कि इस प्रश्न के जवाब में कपिल शर्मा ने कहा कि यह सवाल देश की मीडिया के लोगों के लिए यह सवाल पूछा है.
इससे पहले दो बार और कपिल शर्मा, अपने शो के मेंटर नवजोत सिंह सिद्धू पर इसी मुद्दे पर दो बार तंज कसा. एक बार उन्होंने सिद्धू से राज्यसभा से इस्तीफा देने का कारण पूछ डाला था जब वह मीडिया से मुखातिब नहीं हुए थे.
इसके बाद दूसरी बार कपिल शर्मा ने पूछा था कि सिद्धू ने पार्टी (बीजेपी) क्यों छोड़ी. कपिल ने जैसे ही यह पूछा था तब नवजोत सिंह सिद्धू के चेहरे से जैसे हवाइयां उड़ गई थीं, वे अपनी कुर्सी पर खड़े हो गए थे. सीधे शो के डायरेक्टर को बोलने लग गए थे, कट कट कट.
सिद्धू ने एक बार इसे शो से बाहर का मुद्दा करार देने की कोशिश भी की थी। यह भी कहा कि ऐसे मामलों पर यहां सवाल नहीं किया जाना चाहिए.
सूत्रों के हवाले से राजनीतिक हल्कों में यह खबर है कि सिद्धू पंजाब चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में जा सकते हैं. राज्य में होने वाले चुनाव में पार्टी अपनी मजबूत दावेदारी पेश करना चाहती है. पार्टी का मानना है कि वह राज्य में चुनाव जीतने की स्थिति में है। ऐसे में पार्टी को राज्य से कद्दावर नेता चाहिए.
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर लोकसभा सीट अरुण जेटली के लिए छोड़ी थी, तब से वह पार्टी से नाखुश थे. सिद्धू पार्टी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे, लेकिन मीडिया के सामने उन्होंने कभी भी खुलकर यह नहीं कहा था.