लोकसभा में आज संविधान पर चर्चा हो रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहस की शुरुआत करते हुए कांग्रेस पर खूब हमला बोला। इसके बाद जवाब देते हुए वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने पहली बार संसद में भाषण दिया। प्रियंका ने भाजपा पर कई कटाक्ष भी किए।
प्रियंका ने संविधान पर बोलते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में हर वर्ग शामिल था। सभी ने आजादी की लड़ाई लड़ी और उसमें एक आवाज भी उभरकर आई, जो देश की आवाज बनी और वो आवाज हमारा संविधान है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि ये सिर्फ एक दस्तावेज नहीं है। इसके लिए बाबा साहब आंबेडकर, मौलाना आजाद और जवाहरलाल नेहरू समेत कई बड़े नेताओं ने संविधान को बनाने में सालों काम किया।
प्रियंका ने कहा कि हमारे संविधान ने अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जलती है। उन्होंने कहा कि संविधान में अपने हक की आवाज उठाने की क्षमता है। संविधान ने ही हर किसी को अधिकार दिया कि वो सरकार बना भी सकता है और बदल भी सकता है और सत्ता को उसके सामने झुकना ही पड़ेगा।
उन्नाव रेप कांड का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि 20 साल की लड़की अपनी लड़ाई लड़ रही थी, लेकिन उसे जलाकर मार डाला गया। उन्होंने कहा कि बेटी को पिता ने रोका भी था, लेकिन उसने कहा कि मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगी। प्रियंका ने कहा कि लड़की को ये क्षमता उसे संविधान ने ही दी है।
प्रियंका गांधी ने अपने पहले भाषण में यूपी के संभल हिंसा का भी मुद्दा उठाया। संविधान पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि एक 17 साल का बच्चा अदनान मेरे पास आया था, वो संभल हिंसा का पीड़िता था। उन्होंने कहा वो एक टेलर का बेटा था जो हर रोज अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जाते थे।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि जब उसके पिता छोड़ने जा रहे थे, तो संभल में हिंसा हुई और पुलिस की गोली में उनकी जान चली गई। जब वो लड़का मिला तो उसने मुझसे बस यही कहा कि मेरे पिता मुझे डॉक्टर बनाना चाहते थे और मैं बनकर दिखाउंगा। प्रियंका ने कहा कि ये सपने देखने की ताकत भी संविधान ने ही दी है।