‘महिलाओं पर हो रहे अपराधों के खिलाफ लड़ो’

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महिलाओं और छात्राओं के प्रति देश में बढ़ रही छेड़छाड़ और यौनिक दुर्व्यवहार की घटनाओं ने सामाजिक संगठनों सहित देश के बुद्धिजीवियों माथे पर बल डाल दिया है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम प्रकार के उपाय किये जा रहे हैं। इसी क्रम में यूनाइटेड नेशन्स के विश्वव्यापी अभियान ‘महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रही हिंसा के अंत के लिए एकजुट हों’ के समर्थन में माटुंगा के श्रीमती मणिबेन एम पी शाह विमेंस कॉलेज में जलोटा वेलफेयर फाउंडेशन और नूतन सवेरा फोरम के संयुक्त तत्वावधान में छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए अपनाये जाने वाले उपायों पर आधारित सेमिनार एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।

आपको बता दें कि इसके पूर्व भी उपरोक्त संस्थाओं द्वारा इस प्रकार की कार्यशालाओं का सफल आयोजन एसएनडीटी महिला कॉलेज चर्चगेट, जुहू, पुणे तथा एमटीएनएल, मुंबई के लिए किया जा चुका है| इन्हें भारी प्रतिसाद मिला। फोरम के महासचिव राजीव नौटियाल ने बताया कि मुंबई के अलावा दूरदराज के क्षेत्रों में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की हमारी योजना है, ताकि महिलाएं अपनी सुरक्षा करने में सक्षम हो सकें। संस्था द्वारा चलाये जा रहे इन अभियानों को मुंबई पुलिस ने भी सराहा है।

अपने उद्बोधन में बोलते हुए विशेष अतिथि सुश्री एन अंबिका, डी सी पी, ज़ोन ४, मुंबई पुलिस ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और छेड़छाड़ की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई और रोकथाम के लिए हर पुलिस स्टेशन में अलग से महिला विभाग का गठन किया गया है। किसी भी महिला की शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ जाती है। मुख्य अतिथि डॉ. मंजूषा मोलवने, सदस्य सचिव, महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े ऐप ‘तेजस्विनी’ की जानकारी दी और बताया कि आयोग के इस ऐप ‘तेजस्विनी’ को मोबाइल में डाउनलोड करके महिलाएं अपने खिलाफ होने वाले अपराध की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करा सकती हैं। महिला आयोग उनकी हर संभव मदद करेगा।

उद्घाटनकर्ता और विशेष अतिथि, सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्रीमती निशा सुमन जैन ने महिलाओं में बढ़ रही जागरूकता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा के गुर स्कूल और कॉलेज के समय से सीखने चाहिए। विशेष अतिथि श्रीमती कमला बडोनी, डिजिटल संपादक, मेरी सहेली ने महिलाओं को शक्तिस्वरूपा बताया। उन्होंने समाज से बेटा और बेटी में भेद-भाव न करने का आह्वान किया। समारोह अध्यक्ष, भजन सम्राट अनूप जलोटा ने कहा कि 21वीं सदी की नारी को पूर्ण सक्षम होना चाहिए| वह अपनी इच्छाशक्ति के बल पर सब कुछ हासिल कर सकती है। उन्होंने श्रीमती निर्मला सीतारमण और सुषमा स्वराज का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से आगे निकल रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा करना हम सबका उत्तरदायित्व है।

इससे पहले कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. लीना राजे और कॉलेज की ‘इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी’ की संयोजक डॉ. उषा मिश्रा ने अतिथियों स्वागत किया और कॉलेज की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। श्री अशोक हमराही और श्रीमती राजुल हमराही ने संस्था का और सेमिनार में आये हुए अतिथियों का परिचय दिया।

कॉलेज के ट्रस्टी, श्री प्रवीण भाई शाह, संस्था के प्रचार प्रमुख श्री हरप्रीत सिंह बंगा और श्री भरत ओझा की उपस्थिति में आयोजित कार्यशाला में सुश्री किरण उपाध्या (7 डान, ब्लैक बेल्ट, ताइक्वांडो) से कालेज की सैकड़ों छात्राओं ने सुरक्षा के गुर सीखे, साथ ही किसी अप्रिय घटना के समय तत्काल अपनाये जाने वाले उपायों के बारे में भी जाना।