ECI के तारीखों का ऐलान करने के साथ ही पूर्वोत्तर के 3 राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में चुनावी बिगुल बज जाएगा. तीनों राज्यों में फरवरी-मार्च में चुनाव होना है. तीनों राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. त्रिपुरा में 16 फरवरी को जबकि मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होंगे. 2 मार्च को तीनों राज्यों में मतगणना होगी.
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में संयुक्त रूप से 62.8 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें – 31.47 लाख महिला मतदाता, 97,000 मतदाता 80+ और 31,700 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. प्रत्येक राज्य में 60 सीटों के लिए चुनाव निर्धारित हैं.
सीईसी ने कहा कि हमने अब नियम बनाया है कि मतदान बूथों पर जो शौचालय, रैंप और पानी की सुविधा दी जाए वो स्थाई हो न कि अस्थाई. ये उन स्कूलों के लिए चुनाव आयोग की ओर से तोहफ़ा होगा जिनमें ये सुविधाएं नहीं हैं. नागालैंड, मेघालय यात्रा की विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमशः 12 मार्च, 15 मार्च और 22 मार्च को समाप्त हो रहा है. 97,000 मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं, 2,600 मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के हैं.
सीईसी ने कहा कि इन राज्यों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज़्यादा रही है. महिला वोटरों की संख्या भी ज़्यादा है. हम 11 से 14 जनवरी तक तीनों राज्यों के दौरे पर थे. हमने उन लोगों के लिए एडवांस नोटिस का प्रावधान बनाया है जो 17 के हो गए हैं, लेकिन 18 साल के नहीं हुए हैं ताकि 18 साल का होते ही उन्हें वोटर कार्ड मिल जाए और उनका नाम जुड़ जाए. इन तीनों राज्यों में ऐसे 10 हज़ार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. तीनों राज्यों में 9000 से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे. इनमें 376 ऐसे होंगे जो पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित होंगे.