महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार हो गया है। कई दिनों की चर्चा के बाद मंत्रियों के नामों पर मुहर लगी। लेकिन, मंत्रीमंडल के नवनियुक्त मंत्रियों में कई ऐसे नाम भी शामिल हैं, जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप में ED जांच कर रही है। ऐसे में गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ये मंत्री जांच के घेरे में
मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के 19, शिवसेना के 11 और एनसीपी के 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें से तीन नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जांच के घेरे में फंसे इन मंत्रियों में प्रताप सरनाईक, हसन मुश्रिफ और धननंजय मुंडे का नाम शामिल है। किसी भी नेता के नाम क्लोजर रिपोर्ट अदालत में जमा नहीं की गई, जिसका मतलब उनपर जांच जारी है।
भाजपा के एक मंत्री गिरीश महाजन को सीबीआई से क्लियरेंस मिल गया है। अब वो आरोप मुक्त हो चुके हैं। बता दें कि MVA सरकार के दौरान गिरीश के खिलाफ जबरन वसूली करने और अपहरण जैसे आरोप लगे थे। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसके बाद शिंदे ने जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई ने बाद में गिरीश को क्लियरेंस दे दिया था।
मंत्री मुश्रिफ के कई ठिकानों पर ईडी ने छापामार कार्रवाई कर चुकी है। धननंजय मुंडे पर भी एक 17 एकड़ के प्लॉट की गड़बड़ी से संबंधित जांच चल रही है। सरनाईक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है।
प्रताप सरनाईक, हसन मुश्रिफ और धननंजय मुंडे पर जब मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप ईडी ने लगाए थे तब वो विपक्ष में थे और बाद में वो सरकार में शामिल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, जिन मंत्रियों पर केस जारी है उनसे जुड़ी कंपनियों और कुछ लोगों के खिलाफ ईडी ने चार्जशीट दाखिल की है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि दो दिन में साफ हो जाएगा कि किसे कौन सा विभाग दिया जाएगा। सीएम फडणवीस ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज 39 नेताओं ने शपथ ली है, इनमें से 6 राज्य मंत्री हैं। दो दिन में साफ हो जाएगा कि किसे कौन सा विभाग दिया जाएगा।