दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-14 के प्रशांत विहार इलाके में रविवार की सुबह 30 सेकेंड में ऐसा धमाका हुआ कि राजधानी दहल उठी। पाकिस्तान से चलने वाले कुछ टेलिग्राम चैनलों पर दिल्ली में हुए ब्लास्ट के पीछे खालिस्तान ऑपरेटिव्स का हाथ होने का दावा किया है। सबसे पहले टेलीग्राम चैनल Justice League India पर CCTV फुटेज डालकर बम धमाके का दावा किया गया।
उसके बाद इस मैसेज को पाकिस्तान से चैनल वाले कई टेलीग्राम चैनल पर सर्कुलेट किया गया। हालांकि, इस बारे में अभी बस दावे किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA अभी जांच कर रही है। दिल्ली ब्लास्ट मामले में भी टेलीग्राम के इस्तेमाल होने की बात सामने आई। जानते हैं कि क्यों टेलीग्राम आतंकियों का नया ठिकाना बन रहा है?
दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-14 के प्रशांत विहार इलाके में रविवार की सुबह 30 सेकेंड में ऐसा धमाका हुआ कि राजधानी दहल उठी। पाकिस्तान से चलने वाले कुछ टेलिग्राम चैनलों पर दिल्ली में हुए ब्लास्ट के पीछे खालिस्तान ऑपरेटिव्स का हाथ होने का दावा किया है। सबसे पहले टेलीग्राम चैनल Justice League India पर CCTV फुटेज डालकर बम धमाके का दावा किया गया। उसके बाद इस मैसेज को पाकिस्तान से चैनल वाले कई टेलीग्राम चैनल पर सर्कुलेट किया गया। हालांकि, इस बारे में अभी बस दावे किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA अभी जांच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन टेलीग्राम चैनलों में ज्यादातर कश्मीर में होने वाले आतंकी गतिविधियों की जम्मू-कश्मीर से जुड़े आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) की अपडेट्स शेयर की जाती है। ISI हैंडलर के जरिए कश्मीर जिहाद से जुड़े टेलीग्राम चैनलों पर दिल्ली बम ब्लास्ट में खालिस्तान समर्थकों का हाथ होने का संकेत दिया गया है।
अमेरिकी जांच एजेंसी ने लाइटनर को अपने मंसूबों को अंजाम देने से पहले ही गिफ्तार कर लिया गया। संघीय न्यायालय के रिकॉर्ड के अनुसार, टेलीग्राम प्लेटफ़ॉर्म के करीब 900 मिलियन यूजर्स में से बहुत से आतंकी भी हैं, जिन्होंने टेलीग्राम चैनलों का एक समूह बनाया है, जहा वे लाइटनर जैसे अनुयायियों को राजनीतिक नेताओं की हत्या करने, बिजली स्टेशनों और रेलवे को नुकसान पहुंचाने और सामूहिक हत्या करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।