कोरोना वायरस का संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है। इस दौरान कई लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गवां रहे हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना से संक्रमित होने के बाद हार्ट अटैक से मर रहे हैं। मशहूर टीवी पत्रकार रोहित सरदाना की मौत भी कुछ इस तरह ही हुई। जिसके बाद इस बात पर जोर दिया जाने लगा। अब लोगों के मन में सवाल है कि आखिर कोरोना वायरस और हार्ट अटैक के बीच संबंध क्या है.? इसपर स्टडी करते हुए इंटरवेंशनल कार्डियोवस्कुलर सर्जन एवं मेट्रो हॉस्पिटल्स एंड हार्ट इंस्टीट्यूट की कार्डिएक कैथ लैब के निदेशक डॉ. समीर गुप्ता इस बात का खुलासा किया है।
उन्होंने कहा कि “हाल के दिनों में कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जो बताती हैं कि कोविड-19 न केवल फेफड़ों, बल्कि शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित कर रहा है, जिसमें हमारा हार्ट भी शामिल है।” डॉ. समीर का कहना है कि “पहले तो यह जानना जरूरी है कि हार्ट की आर्टलरी में ब्लड क्लॉट जमा हो जाने पर हार्ट अटैक आता है, जबकि हार्ट के अचानक से खराब रिदम में चले जाने को कार्डियक अरेस्ट कहते हैं। यह काफी नुकसानदेह होता है, क्योंकि इसमें मरीज को बचा पाने के लिए काफी कम समय मिल पाता है।”
उन्होंने कहा कि “कोविड 19 का इन दोनों से संबंध है. हार्ट अटैक में भी हार्ट की रिदम खराब हो सकती है और कार्डिएक अरेस्ट में तो यह होता ही है। वायरस संक्रमण से हार्ट पर स्ट्रेस भी पड़ता है। यहां तक की हार्ट की मसल्स में सूजन भी आ जाती है। इन्फेक्शन के कारण हार्ट टिश्यू क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इस तरह कोविड 19 वायरस हार्ट को भी नुकसान पहुंचाता है।” वो कहते हैं कि “कोविड संक्रमितों में यह देखने को मिल रहा है कि संक्रमण की वजह से खून में क्लॉट बन रहे हैं, जोकि हार्ट में पहुंचने पर मरीज को बेहद नुकसान पहुंचा रहे हैं, जोकि हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट की मुख्य वजहों में से एक है।”