कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को कर्नाटक विधानसभा का शुद्धिकरण किया। पार्टी नेताओं ने विधानसभा भवन में गंगाजल और गोमूत्र छिड़का और हवन-पूजन के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया। कांग्रेस का कहना था कि भाजपा ने विधानसभा को अपने भ्रष्टाचार से दूषित कर दिया था। कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने इस साल जनवरी में कहा था कि विधानसभा को गोमूत्र से साफ करने का समय आ गया है।
चुनाव से पहले कांग्रेस ने BJP की डबल इंजन सरकार को ट्रबल-इंजन सरकार बताया था। 5 मई को कर्नाटक कांग्रेस ने ‘भ्रष्टाचार रेट कार्ड’ जारी किया था, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के घोटालों को बताया गया था। तब विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार ने सत्ता में रहते हुए 1.50 लाख करोड़ रुपए लूटे। इसमें मुख्यमंत्री का रेट 2,500 करोड़ और एक मंत्री पद का रेट 500 करोड़ रुपए है।
2 मई को कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया था, जिसमें PFI और बजरंगदल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया गया था। इसके बाद बजरंग दल और भाजपा ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया था।2 मई को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के विजयनगर में कहा था- यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।