मराठा संगठनों के विरोध के कारण CM ने रद्द की अपनी पाढ़नपुर यात्रा

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मुंबई। महाराष्ट्र में हर साल होने वाली पंढरपुर की धार्मिक यात्रा वारी में मराठा संगठनों के भारी विरोध के चलते शामिल नहीं होने का ऐलान मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने किया है। मुख्य मंत्री इस यात्रा में पिछले तीन वर्षों से हिस्सा ले रहे थे लेकिन इस बार कई मराठा संगठनों ने उनके कार्यक्रम में बाधा डालने की धमकी दी है, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मराठा संगठनों की धमकी के बाद कहा कि वारी 700 साल पुरानी परंपरा है, जिसमे श्रद्धालु पंढरपुर जाते हैं। मैं भी पिछले तीन वर्ष से यहां जा रहा हूं, कुछ संगठनों ने मेरे खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है, उनका यह फैसला गलत है। अगर मेरी वजह से 10 लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरा है तो मैं वहां नहीं जाउंगा।

इस वर्ष एकादशी के मौके 23 जुलाई पर यह यात्रा होनी है। कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि मुख्यमंत्री इस पूजा में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि आरक्षण के संबंध में मराठा समुदाय ने प्रदर्शन का ऐलान किया है। मराठा समुदाय के लोगों ने सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर यह धमकी दी है। उनका कहना है कि जबतक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं हम इस धार्मिक कार्यक्रम में बाधा डालेंगे।

वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने भी मराठाओं की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं, मुख्यमंत्री ने कहा था कि बंबई उच्च न्यायालय समुदाय के लिए आरक्षण को मंजूरी देती है तो वह मराठा उम्मीदवारों को 72000 पदों पर 16 फीसदी पद आवंटित कर देंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री इस समुदाय के लोगों को गुमराह कर रहे हैं।