लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश शुक्ला के सरकारी आवास पर एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस अफसरों का कहना है कि फांसी लगाने से पहले युवक ने अपने एक परिचित को फोन किया था और बताया था कि वह मरने जा रहा है. जिस व्यक्ति को उसने फोन किया था, उसी ने पुलिस को सूचना दी.
पुलिस की एक टीम तत्काल विधायक के आवास पर पहुंची, लेकिन तबतक युवक की मौत हो चुकी थी. उसका शव पुलिस को फंदे पर लटकता हुआ मिला. मृतक युवक का नाम श्रेष्ठ त्रिपाठी है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने युवक के शव को फंदे से उतारा और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिस वक्त युवक ने सुसाइड किया, उस समय फ्लैट पर कोई नहीं था. विधायक के फ्लैट नम्बर 804 में रात के करीब 11:30 के आसपास फांसी लगाई. हालांकि, उसने ऐसा क्यों किया, इसकी वजह सामने नहीं आ पाई है. युवक का परिवार बाराबंकी के हैदरगढ़ में रहता है. वह विधायक के मीडिया सेल का काम देख रहा था.
बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिसकर्मियों ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद पुलिस को दरवाजे को तोड़ना पड़ा. अंदर पुलिस गई तो युवक का शव फंदे पर लटक रहा था. पुलिसकर्मियों ने शव को नीचे उतारा.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं पड़ा था. हालांकि, पुलिस ने युवक के मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस अफसरों ने कहा है कि हाल के दिनों में युवक की किस-किस से बात हुई है, पुलिस इस बात की जानकारी जुटा रही है.