पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि देश के कई राज्यों में पेपर होने से पहले ही लीक हो रहा है। हालांकि बाद में इसकी जानकारी मिलते ही इसको रद्द कर दिया गया है, लेकिन इस बीच सवाल उठ रहा है कि आखिर इतनी सिक्योरिटी के बाद भी किस तरह एग्जाम पेपर लीक होता है.? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में एक और बड़ी परीक्षा का एग्जाम पेपर लीक हो चुका है। जिसके चलते उनको रद्द करवाना पड़ा। 8 मई को बिहार लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने से अब फिर एक बाद सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि ये परीक्षा 8 मई को आयोजित की गई थी और सभी बच्चे परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र भी पहुंच चुके थे। लेकिन तभी उनका एग्जाम रद्द कर दिया गया और बाद में छात्रों को बताया गया कि एग्जाम पेपर लीक हो चुका है। जानकारी के अनुसार अब इस एग्जाम को 15 जून के बाद करवाया जाएगा। मामले की जांच लगातार की जा रही है और अब एक इस मामले में कई अपराधियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम का कहना है कि अगले 2-3 दिनों में एक और बड़ा खुलासा हो सकता है। गोरतलब हैं इस मामले में अब तक भोजपुर जिले में बड़हरा के BDO जयवर्धन गुप्ता, कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह, प्रोफेसर सुशील कुमार सिंह और अगम कुमार सहाय को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और फिर जेल भेज दिया गया है।