पंजाब के किसान अपनी मांगों के लिए फरवरी माह से शंभू बाॅर्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे हैं। अब किसानों ने पैदल दिल्ली जाने का एलान किया है। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे संगठन से जुड़े 100 सदस्य शंभू बॉर्डर से आगे बढ़े।
किसानों का पहला जत्था आज दोपहर दिल्ली कूच के लिए रवाना हो गया। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में 101 किसान शुक्रवार दोपहर एक बजे पटियाला-अंबाला की सीमा पर स्थित शंभू बॉर्डर से पैदल दिल्ली कूच करने के लिए आगे बढ़े।
किसानों को रोकने के लिए पुलिस जगह-जगह पर बैरिकेड्स लगाई थी। जिसे तोड़ते हुए किसान आगे बढ़ गए। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। साथ ही मिर्च का स्प्रे भी डाला है।
क्या हैं किसानों की मुख्य मांगें
-सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बने।
-फसलों की डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय हो।
-किसान-खेत मजदूरों का कर्ज माफ हो, पेंशन दी जाए।
-भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए।
-लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दी जाए।
-भारत मुक्त व्यापार समझौते से बाहर आए।
-किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा, सरकारी नौकरी मिले।
-विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद किया जाए।
-मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम, 700 रुपये दिहाड़ी दी जाए।