कोरो’ना वाय’रस संक्र’मण दुनिया भर में तेज़ी के साथ फैल रहा है। हालांकि रूस का दावा है कि उसने कोरो’ना की वैक्सीन बना ली है, बाकी सभी देश वैक्सीन बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं भारत के पूर्व राष्ट्रपति कोरो’ना वाय’रस की चपे’ट में आ चुके हैं। इसी के चलते पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी धौला कुआं स्थित आर्मी आरआर (रिसर्च एंड रेफरल) अस्पता’ल की आइसीयू (ICU) में एडमिट हैं। पूर्व राष्ट्रपति की बीमा’री के चलते उनकी मौ’त की झूठी खबर भी फैल गई थी। जिसको उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी द्वारा गलत बताया गया है। अभिजीत मुखर्जी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कहा कि, उनके पिता ‘हीमोडायनामिकली’ स्थिर है। इसका मतलब है कि उनका दिल ठीक तरीके से काम कर रहा है और शरीर में रक्त का संचार सामान्य है। बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी द्वारा भी इस खबर को अफ’वाह बताया गया है।
वहीं पूर्व राष्ट्रपति की तबियत को लेकर अस्पता’ल द्वारा कहा गया कि, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह कोई बद’लाव नहीं आया। वो अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उम्र 84 साल है उन्हें मस्तिष्क में खून का थक्का जमने के कारण 10 अगस्त को दोपहर 12:07 बजे आर्मी अस्पता’ल में भर्ती किया गया था। यहां पर उनके मस्तिष्क का ऑपरे’शन भी होना था। उनके मस्तिष्क में थक्का जमने के कारण इसी को निकालने के लिए ऑप’रेशन किया गया।
पूर्व राष्ट्रपति का इ’लाज कर रहे डॉक्टर द्वारा बताया गया कि, मंगलवार को उनकी तबीयत बि’गड़ गई थी। तबसे उनमें सुधार के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं और इससे पहले कोरो’ना की भी जां’च की गई और कोरो’ना रेपिर्ट्स भी पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद ही उनका ऑपेर’शन किया गया, आपरे’शन के बाद से ही उनकी हालत गं’भीर बनी हुई है। अस्पता’ल के मुताबिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है।
देश के पूर्व राष्ट्रपति की बेटी ने बुधवार को अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा कि, अस्पता’ल के मुताबिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक़ बताया गया कि उनकी बेटी ने ट्वीटर पर लिखा कि, पिछले साल का आठ अगस्त का दिन उनकी जिंदगी का सबसे सुखद दिन था। उस दिन उनके पिता को भारत रत्न का सम्मान मिला था। ठीक एक साल अब बड़ी दु’खद घड़ी आई है। ईश्वर सुख-दु’ख के इस दौर को सहने की मुझे श’क्ति दें। इसके साथ ही उन्होंने उन सभी लोगों का शुक्रिया किया जिन लोगों ने उनके पिता की तबियत को लेकर चिं’ता जताई है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के जल्द ठीक होने की कामना को लेकर मंगलवार से बंगाल में बीरभूम जिले के कीर्नाहार में से एक यज्ञ शुरू हो गया है। मुखर्जी के पैतृक गांव में शुरू हुआ यह यज्ञ 72 घंटे तक चलेगा। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर यह यज्ञ जपेश्वर शिव मंदिर में शुरू हुआ। मुख्य पुजारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि महामृत्युंजय यज्ञ से प्रणब बाबू के स्वास्थ्य में निश्चित तौर पर सुधार होगा। वह कीर्नाहार के सपूत हैं । उधर, मुखर्जी की बहन अन्नपूर्णा बनर्जी एवं परिवार के अन्य सदस्यों ने उनके ठीक होने के लिए प्रा’र्थना की।