देश में कोरोना संक्रमण का खतरा फिर एक बार बढ़ता दिख रहा है। जिसको रोकने के लिए सरकार पहले से ही तैयारियां कर रही है। बढ़ते मामलों को रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक एहम फैसला लिया गया है। जिसके चलते देश के कई राज्यों में टेस्टिंग के लिए टीमों को भेजा जा सकता है। हालाकि इससे पहले सरकार 4 राज्यों में टीमों को भेज भी चुकी है। इन राज्यों में हरियाणा, मणिपुर, गुजरात और राजस्थान शामिल। इन राज्यों में भेजी गई टीमों की ज़िम्मेदारी है कि टेस्टिंग से उन मरीजों की पुष्टि करें जिनको अभी तक चिन्हित नहीं किया गया है।
हालाकि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों से पहले ही कहा जा चुका है कि सर्दियों में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी के बीच जांच की सीमा बढ़ाएं। राज्य सरकारों से कहा गया कि “ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग के लिए अभियान चलाएं। ताकि ज्यादा से ज्याजा पॉजिटिव मामले पहले ही सामने आ सकें। लंबे समय तक पॉजिटिव मामले पकड़़ में ना आने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है।” जिसके चलते केंद्र सरकारों ने ये फैसला लिया है। इस दौरान टीमों को उन जिलों में भेजा जाएगा जहां कोविड-19 के अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
मंत्रालय ने कहा कि “केंद्रीय टीमें समय पर जांच और अन्य संबंधित चुनौतियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के लिए मार्गदर्शन करेंगी।” दिल्ली में बढ़ते संकट को देख गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि “दिल्ली में प्रतिदिन सामने आने वाले नए कोविड-19 मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि का प्रभाव हरियाणा और राजस्थान में आने वाले एनसीआर क्षेत्रों में देखा जा रहा है, जहां कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है।” गौरतलब रहे कि दिल्ली में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 7546 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 5.1 लाख से अधिक हो गयी।