देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी नागरिकों के साथ साथ सरकार विदेशों में भारतीय लोगों लोगों को स्वदेश लाने की कोशिशें जारी है। जिसके तहत सोमवार को एयर इंडिया विमान से “वंदे भारत मिशन” के अंतर्गत बिहार के 31 एवं झारखंड 10 के नागरिको, जो लंदन में फंसे हुए थे उनका पहला जत्था बोधगया एयरपोर्ट पहुंचा।जहाँ सबसे पहले उनका कोरोना टेस्ट होगा उसके बाद आगे की कार्यवाही पूरी होगी।
ज्ञात हो कि गया एयरपोर्ट पर आएंगे विदेशों के सबसे पहले मेडिकल जांच होगी उसके बाद उन्हें सीधे घर नहीं भेजा जाएगा बल्कि 14 दिन का क्वॉरेंटाइन करने के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति मिलेगी।इस बीच हरेक क्वारंटाइन सेंटर पर जिला प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे और किसी तरह की परेशानी होने पर उसका समाधान करेंगे।वहीं डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि,इन यात्रियों के लिए होटलों की व्यवस्था हो चुकी हैं और इन सभी नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने तथा स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने मुकम्मल तैयारी कर ली थी।
गौरतलब है कि,बिहार के 28 यात्रियों को घर की जगह बोधगया के एक होटल में भेज दिया गया. यहां गौर करने वाली बात यह है कि, बिहार के इन यात्रियों को अपने खर्चे पर होटल में रहने को कहा गया है। यात्रियों को 500 से 1600 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से होटल में खर्च देना होगा।यानी इन यात्रियों को 14 दिनों के क्वारंटाइन में रहने के लिए खुद के लिए 7000 से लेकर 22000 रुपए तक खर्च करना होगा।
आपकों बता दें कि,’वंदे भारत मिशन’ के तहत भारतीय नागरिकों की देश वापसी शुरू हुई है।सोमवार के बाद अगली उड़ान 24 मई को ओमान, 25 को कतर, 26 मई किर्गिस्तान, 1 जून को कजाखिस्तान और 3 जून को रूस से नागरिकों को लेकर फ्लाइट भारत आएगी।