AIIMS के पूर्व प्रमुख डॉ. जितेंद्र नाथ पांडे का नि’धन,कोविड-19 से…..,

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साल 2003 में सेवानि’वृत्त मशूहर श्वासरोग विशेषज्ञ और दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. जितेंद्र नाथ पांडे का शनिवार को उनके निवास पर 79 वर्ष की आयु में नि’धन हो गया,लगभग 1 हफ़्ते पहले ही उनके कोरोना वा’यरस से ग्र:सित होने की पुष्टि हुई थी।

इस बारे में समाचार एजेंसीयों से मिली जा’नकारी के अनुसार,एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि डॉ. पांडे और उनकी पत्नी थोड़े से ल’क्षण के साथ मंगलवार को कोरोना वा’यरस सं’क्रमित पाए गए थे लेकिन उन्होंने घर में ही पृ’थकवास में रहने का निर्णय लिया था। डॉ. गुलेरिया ने बताया कि लेकिन शनिवार को उनकी पत्नी को एम्स लाया गया। निदेशक ने कहा, ‘‘हम लगातार उन पर नजर रख रहे थे और उन्होंने कहा कि उनकी हा’लत सुधर रही है। कल उन्होंने रात में खाना खाया और सोने चले गए। नींद में ही उन्होंने संभवत: गं’भीर हृदयाघा’त के चलते अं’तिम सांस ली।’’ डॉ. पांडे को अन्य बी’मारियां भी थीं।

आपकों बता दें कि,डॉ गुलेरिया ने उनकी मृ’त्यु को AIIMS परिवार के लिए बहुत बड़ी क्ष’ति बतायी।उन्होंने उनको याद करते हुए कहा कि,”ज्ञान और विनम्रता किसी व्यक्ति में एक साथ रह सकते हैं और डॉ. पांडे उसी का एक महान प्रतीक थे। वह एक उत्कृष्ट इंसान थे।एम्स परिवार उन्हें सबसे ज्यादा याद करेगा क्योंकि वह एम्स में एमबीबीएस के छात्र के रूप में शामिल हुए और फिर मेडिसिन विभाग के प्रमुख के तौर पर सेवानि’वृत्त हुए।” डॉ गुलेरिया ने उनके साथ अपने सम्बन्धों को याद करते हुए बताया कि ‘मैंने उसके साथ घनिष्ठ रूप से काम किया है और मैं उन्हें बचपन से जानता था, क्योंकि वह मेरे पिता के छात्र थे।’

वहीं,अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक और उद्योग चैंबर फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने एक ट्वीट में कहा, “आज यह सुनकर दु’ख हुआ। कोविड -19 ने अपना महान शि’कार एम्स में पल्मोनोलॉजी के निदेशक और प्रो. जेएन पांडे को बनाया।चिकित्सा जगत के एक दिग्गज जिनके पल्मोनोलॉजी के क्षेत्र में किए गए काम से कई लोगों को बेहतर इलाज मिलना जारी रहेगा।”