नई दिल्ली – पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी का नाम मतदाता सूची से गायब था और जब वह वोट डालने पहुंचे तो मतदान अधिकारी उनकी समस्या सुलझाने के बदले उनके साथ सेल्फी लेने में व्यस्त हो गए।
बेदी ने पर्ची की फोटो के साथ रविवार को ट्वीट किया, ‘मैं बहुत दुखी/अपमानित हूं कि नीचे दी गई हमारी पर्ची 24/2/19 के अनुसार हमारा नाम मतदान बूथ में नहीं है।।मुझे समझ में नहीं आया कि क्या करूं, क्योंकि मतदान अधिकारी और पुलिस के लोग मेरे साथ सेल्फी लेने में व्यस्त थे। मैंने इतना अपमानित कभी महसूस नहीं किया।।बस भारतीय लोकतंत्र के लिए।’
बेदी अकेले नहीं हैं, जो बिना मतदान किए लौट गए। राष्ट्रीय राजधानी में कई सारे लोगों का यही अनुभव रहा। द्वारका निवासी अशोक वर्मा ने शिकायत की कि उनके पूरे परिवार का नाम मतदाता सूची से गायब है। उन्होंने कहा, ‘2014 में मैंने मतदान किया था और यह हैरान करने वाला है कि इस बार मेरे पूरे परिवार का नाम गायब है।’ एक अन्य वरिष्ठ नागरिक ने भी अपना नाम मतदाता सूची से गायब पाया।
एक मतदान अधिकारी ने कहा कि मतदाता सत्यापन की प्रक्रिया जब शुरू हुई, तब कई बार जाने के बाद भी मतदाता अपने पते पर उपस्थित नहीं था और मकान में ताला लगा था। ऐसे लोगों को माना गया कि वे किसी दूसरे स्थान पर चले गए हैं।