नई दिल्ली – बीजेपी और शिवसेना में महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों का बंटवारा हो गया, लेकिन विधानसभा सीटों और मुख्यमंत्री पद को लेकर तनातनी कम नहीं हो रही है। शिवसेना ने इसको लेकर परोक्ष हमले और अपने मुख पत्र “सामना” के मार्फत सख्त टिप्प्णी करना जारी रखा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अलावा उसके सांसद संजय राउत भी गाहे-बगाहे नाराजगी के संकेत दे रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने शिवसेना की इस जिद व बयानबाजी से परेशान इसकी काट की चाल चल दी है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद नारायण राणे ने इसके तहत जिन 23 लोकसभा सीटों पर शिवसेना चुनाव लड़ेगी, उन सभी सीटों से अपने प्रत्याशी खड़ा करने की बात कही है। राणे पहले शिवसेना में थे और उसके कोटे से बीजेपी-शिवसेना की सरकार में मुख्यमंत्री रहे। शिवसेना से अलग होने के बाद वह कांग्रेस-राकांपा सरकार में मंत्री रहे और अब बीजेपी में आकर राज्यसभा सांसद हैं। लेकिन उन्होंने अपनी एक राजनीतिक पार्टी “महाराष्ट्र स्वाभिमानी पक्ष” भी बना रखी है।
उन्होंने उसी के बैनर तले, शिवसेना जिन 23 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगी, वहां उसके वोट काटने के लिए अपने प्रत्याशी खड़ा करने की रणनीति बनाई है। उनके लोगों का कहना है कि राणे इन दिनों बीजेपी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना से गठबंधन करने से नाराज हैं। इसलिए वह शिवसेना के विरूद्ध अपने प्रत्याशी उतार सकते हैं। इस सवाल पर कि तब तो उनको बीजेपी के विरूद्ध भी प्रत्याशी खड़े करने चाहिए, राणे के एक भरोसेमंद समर्थक का कहना है कि हमारी मुख्य लड़ाई शिवसेना से है। इधर शिवसेना ने बीजेपी से कहा है कि राणे को लोकसभा की एक सीट देकर अन्य सीटों से लड़ने से मना कराये। यदि उनके कंधे पर बंदूक रखकर शिवसेना को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई तो शिवसेना भी उसी तरह के उपक्रम करेगी।