ICC Champions Trophy का आयोजन पाकिस्तान में होना है, लेकिन अब इस टूर्नामेंट की मेजबानी उससे छिन भी सकती है. बड़ी खबर ये है कि अगर पाकिस्तान हाईब्रिड मॉडल के लिए नहीं मानता है तो फिर ये टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका में आयोजित किया जा सकता है. आईसीसी इस पर विचार कर रही है. बता दें पाकिस्तान चाहता है कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के लिए उसकी सरजमीं पर आए लेकिन बीसीसीआई ने इससे साफ इनकार कर दिया है. वहीं पाकिस्तान भी अड़ गया है कि वो हाईब्रिड मॉडल को नहीं मानेगा. यही वजह है कि आईसीसी अब दूसरे विकल्प पर सोच रही है , जो कि साउथ अफ्रीका है.
साउथ अफ्रीका में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 16 साल पहले 2009 में हुआ था. उस टूर्नामेंट का विजेता ऑस्ट्रेलिया रहा था, जबकि सेमीफाइनल में पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीम पहुंची थी. खिताबी भिड़ंत ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हुई जिसमें कंगारुओं ने बाजी मारी. टीम इंडिया की बात करें तो वो ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. उसे पहले ही मैच में पाकिस्तान से शिकस्त मिली थी और उसके बाद एक मैच बेनतीजा रहा वहीं आखिरी मैच जीतकर भी उसे कोई फायदा नहीं हुआ.
साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर भारतीय बल्लेबाज अकसर जूझते नजर आते हैं. 2009 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी कुछ ऐसा ही हुआ था. कप्तान धोनी तो पूरे टूर्नामेंट में 3 ही रन बना पाए थे.सचिन ने 2 मैच में 8 रन बनाए. कार्तिक, गंभीर भी फेल रहे थे. सिर्फ विराट, द्रविड़ और गंभीर ही उस टूर्नामेंट में अर्धशतक तक पहुंच पाए थे.
अब अगर एक बार फिर साउथ अफ्रीका में टूर्नामेंट हुआ तो भारतीय बल्लेबाजों को दिक्कत जरूर पेश आ सकती है. खैर अब ये देखना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अगली चाल क्या होती है. आईसीसी के इस प्लान के बाद मुमकिन है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हाईब्रिड मॉडल के साथ चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन के लिए तैयार हो जाए. क्योंकि अगर पूरी चैंपियंस ट्रॉफी साउथ अफ्रीका शिफ्ट हो गई तो पीसीबी को करोड़ों रुपये का झटका लगना तय है.