उत्तर प्रदेश: प्रदेश के एटा में आज सुबह कार नहर में गिर गई। हादसे में कार सवार पांच लोगों की मौत हो गई। घर से निकलने के करीब डेढ़ घंटे बाद ही सभी के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गए। परिजन को किसी अप्रिय घटना की आशंका हुई। इस पर तीन गाड़ियां लेकर अलग-अलग मार्गों पर वह तलाश में जुट गए। जिस मार्ग पर नहर में कार डूबी हुई थी, वहां से यह लोग आगे बढ़ गए। अंदेशा भी नहीं था कि कार नीचे नहर में है। साथ ही रात की वजह से वहां अंधेरा भी था।
मृतक के भाई सुभाष ने बताया कि रात करीब 10.40 बजे भैया-भाभी, चाचा-चाची कार में बैठकर गांव से एटा के लिए निकले थे। एटा में पीपल अड्डा पर भाभी के मामा प्रो. मोरन सिंह रहते हैं। उनसे किसी चिकित्सक से इलाज कराने की बात हुई थी। इस पर सभी लोग पहले उनके घर पर ही जा रहे थे। रात करीब 12 बजे हम लोगों ने जानकारी करने के लिए पहले भैया को फोन मिलाया तो वो स्विच ऑफ बता रहा था।
इसके बाद चाचा, चालक शिवम को भी फोन किया। लेकिन सभी के फोन बंद मिले। इस पर अप्रिय घटना की आशंका पैदा हो गई। घर के सभी लोगों को जगाकर बताया। आसपास के लोग भी आ गए। तीन गाड़ियां मंगाकर हम लोग अलग-अलग मार्गों पर तलाश में निकल पड़े। एक गाड़ी अमांपुर-एटा रोड पर भी गई थी। जिस पर यह नहर पड़ती है। लेकिन, हम लोगों को ऐसा कोई आभास नहीं था कि कार नहर में गिरी होगी।
सड़क और इसके किनारे देखते हुए हम लोग आगे बढ़ते जा रहे थे। पूरी रात हम लोग सड़कों और थाने के चक्कर काटते रहे। लेकिन परिजन का कुछ पता नहीं लगा। सोमवार सुबह 5 बजे पुलिस ने ही खबर दी कि बताई गई कार नहर में गिरी हुई मिली है। जिसमें बैठे सभी लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कहा कि हो सकता है कि जब हम लोगों की गाड़ी रात में उधर से गुजरी तो इन लोगों की सांसें चल रही हों। यदि कार पर नजर पड़ जाती तो कुछ हो सकता था।