क्या महाराष्ट्र को मिलने वाला है नया CM, पढ़ें किसने किया दावा और क्यों?

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महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग दो-ढाई सालों से ऐसी उठापटक चल रही है, जैसे देश में कहीं और नहीं देखने को मिली है। ऐसा पहली बार संभवतः महाराष्ट्र की राजनीति में पहली बार हो रहा हो कि एक के बाद एक दो पार्टियों में बगावत हुई और दोनों भाजपा के साथ सरकार में शामिल हो गई। लेकिन, इस बीच कुछ नए समीकरण बनते हुए भी नजर आ रहे हैं। जानकारों की मानें तो महाराष्ट्र को बहुत जल्द नया CM मिल सकता है।

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक बड़ी बात कही है। सामना में लिखे एक लेख में शिवसेना ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे को सीएम पद से हटाने के लिए भाजपा ने अजित पवार से हाथ मिलाया है। लेख के अनुसार, जल्द ही एकनाथ शिंदे की जगह कोई और लेगा। माना जा रहा है कि वो या तो अजीत पवार होंगे या फिर देवेंद्र फडणवीस।

हालांकि, सामना में शिवसेना ने दावा किया कि अजित पवार सिर्फ डिप्टी सीएम बनने के लिए सरकार में शामिल नहीं हुए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों को जल्द ही अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा और पवार की ताजपोशी होगी। लेख में ये भी लिखा गया है कि श्राज्य की राजनीति में जो भी घट रहा है, वो लोगों को पसंद नहीं आएगा। महाराष्ट्र में ऐसी राजनीतिक परंपरा नहीं रही है और लोग कभी भी इसका समर्थन नहीं करेंगे।

सामना के अनुसार, अजित पवार ने जो पलटी मारी है, वो असल में सीएम एकनाथ शिंदे के लिए खतरनाक है। अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने का रिकॉर्ड बनाया है और इस बार सौदा मजबूत है। सामना में लिखा गया कि शिवसेना से बगावत करने वाले विधायकों ने बगावत का पहला कारण एनसीपी को बताया था लेकिन वह अब क्या करेंगे? शपथ ग्रहण समारोह के दौरान शिंदे गुट के नेताओं के चेहरे के भाव इस बात का सबूत हैं कि उनका भविष्य अंधकार में है। उनका कथित हिंदुत्व खत्म हो चुका है। वह दिन दूर नहीं है जब शिंदे और उनके बागी साथी अयोग्य ठहरा दिए जाएंगे। रविवार को जो भी घटनाक्रम हुआ, उसका यही निचोड़ है।

सामना के संपादकीय में महाराष्ट्र भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा गया है। लेख में लिखा गया है कि श्फडणवीस ने कहा था कि वह कभी एनसीपी के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे लेकिन रविवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह ने भाजपा का असली चेहरा लोगों के सामने ला दिया है।श् सामना के अनुसार, कुछ लोग पहले से ही इस घटनाक्रम के बारे में जानते थे। जो एक साल पहले शिवसेना के साथ हुआ, वही अब एनसीपी के साथ हो रहा है। शरद पवार ने भी कहा है कि कल एक नया दिन होगा और यह कोई भूकंप नहीं है बल्कि यह तो छोटे-मोटे झटके हैं।