नोटों पर बैन से बाजार धड़ाम, 1 मिनट में डूबे निवेशकों के 7 लाख करोड़

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कालेधन को लेकर पीएम मोदी के फैसले और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का असर शेयर बाजार पर दिख रहा है. घरेलू स्टॉक मार्केट और इंटरनेशनल मार्केट क्रैश हो गए हैं. बुधवार को सेंसेक्स 1600 प्वांइट की गिरावट के साथ खुला. निफ्टी भी 500 प्वाइंट की गिरावट के साथ 8,034 पर कारोबार कर रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई है.
8 नवंबर (मंगलवार) को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 111.44 लाख करोड़ रुपये पर था. बुधवार सुबह जब मार्केट खुला तो ये आंकड़ा 104.35 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया. ऐसे में मार्केट खुलते ही इन्वेस्टर्स के 7 लाख करोड़ रुपये डूब गए. हालांकि, कुछ देर बाद ही मार्केट संभल गया. बावजूद इसके अभी भी ये आंकड़ा 6 लाख करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है.
500 और 100 के नोट बंद होने के बाद रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता आने की उम्मीद है. इस सेक्टर में कालेधन का खूब इस्तेमाल होता है. इस कदम से प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट तय है. ऐसे में इन्वेस्टर्स रियल एस्टेट में पैसा नहीं लगा पाएंगे और बिल्डर्स को मजबूरन प्रॉपर्टी के रेट्स गिराने होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी क्लिंटन से मिलती बढ़त से एशियाई मार्केट्स में गिरावट जारी है. जापान का निक्की 2.4 फीसदी यानी 225 अंकों तक गिरा. दक्षिण कोरिया के मार्केट भी 1.4 फीसदी तक गिर गए हैं. तेल के दामों में भी 2 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. यूरोप में प्रमुख सूचकांक कुछ नेगेटिव रुझान के साथ फ्लैट रहे. इसके और नीचे जाने की संभावना है.
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के आगे होने की खबरों के बीच येन और यूरो के मुकाबले डॉलर में जोरदार गिरावट आई है. डॉलर के मुकाबले मेक्सिकन पीसो भी कमजोर हुआ है. येन के मुकाबले डॉलर 3.8 फीसदी टूटकर 101.50 येन पर आ गया. वहीं, यूरो के मुकाबले डॉलर करीब 2 फीसदी टूट गया. टोक्यो में कारोबार यूरो के मुकाबले 1.1224 डॉलर पर आ गया.