मुंबई : गौतम अडानी और अडानी ग्रुप िपछले लंबे समय से चर्चाओं में हैं। पहले वो दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति करने के बाद चर्चाओं में आए थे। कुछ दिन माहला थमा को एनडीटीवी को खरीदने को लेकर चर्चाओं में रहे। रवीस कुमार के एनडीटीवी से स्तीफा देने के बाद अडानी फिर चर्चाओं में आ गए। रवीस कुमार ने गोदी सेठ के नाम एक खुला पत्र और यूट्यूब पर वीडियो बनाया। जिसके बाद अडानी को टीवी चैनलों पर इंटरव्यू देने आना पड़ा।
अभी मामला शांत भी नहीं हुआ था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी को फिर चर्चाओं में ला दिया। इस बार गौतम अडानी और उनके भाई विनोद अडानी को लेकर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसने अडानी के अमीर लोगों की लिस्ट में 11वें नंबर पर पहुंच दिया। अब आपको बताते हैं कि आखिर हुआ क्या था। दरअसल, अडानी ग्रुप पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट में अब एक नया एंगल सामने आया है। हिंडनबर्ग ने इसे चाइनीज एंगल से जोड़ा है। हिंडनबर्ग ने प्वाइंट आउट करते हुए कहा है कि अडानी समूह ने अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं दिए हैं। उन्होंने चीनी नागरिक (चांग चुंग-लिंग) के साथ अपने संबंधों को स्पष्ट करने का प्रयास भी नहीं किया है।
रिसर्च फर्म ने कहा कि चांग चुंग-लिंग के साथ उनके संबंध क्या है? या क्या विनोद अडानी के साथ उनका कोई रिलेशन है? इस पर अब तक कोई जवाब नहीं आया है। साथ ही रिसर्च कंपनी ने उस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि अडानी ग्रुप की गड़बड़ी पर उसकी रिपोर्ट भारत पर एक “सुनियोजित हमला” थी। इसपर हिन्दंबर्ग ने इसके जवाब में कहा था, ‘धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से नहीं ढक सकते हैं।’ बता दें कि सोमवार को अडानी ग्रुप ने 413 पन्नों का जवाब दिया था।
हिंडनबर्ग के ताजा बयान के मुताबिक चांग चुंग लिंग उर्फ लिंगो चांग द्वारा संचालित कंपनी गुदामी इंटरनेशनल का अगस्ता वेस्टलैंड स्कैंडल से कनेक्शन है। आपको बता दें कि अगस्ता वेस्टलैंड काफी चर्चित स्कैंडल रहा है, जिसमें हैलीकॉप्टर की खरीद के वक्त भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी। हिंडनबर्ग के मुताबिक चांग चुंग लिंग का बेटा अडानी ग्रुप के पीएमसी प्रोजेक्ट्स में बड़ा कॉन्ट्रैक्टर था। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 2002 में अडानी एक्सपोर्ट्स, जिसका बाद में नाम बदलकर अडानी एंटरप्राइजेज का रख दिया गया का खुलासा किया था कि गुदामी इंटरनेशनल एक रिलेटिड पार्टी थी। ऐसे में संभावना यह भी है यह युनिट अडानी ग्लोबल के साथ डायरेक्टर और शेयरहोल्डर्स शेयर करती है।
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चांग चुंग-लिंग का नाम रेवेन्यू इंटेलिजेंस निदेशालय की 2014 की रिपोर्ट में भी था। इसमें एक ऐसी स्कैम की जानकारी दी गई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि अडानी ग्रुप ने अपनी लिस्टेड कंपनियों अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पावर से कैश की हेराफेरी की। डीआरआई जांच रिकॉर्ड के अनुसार, गौतम अडानी ने इलेक्ट्रोजेन इंफ्रा होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक के रूप में कार्य किया।
जिस दिन उन्होंने डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दिया, उनकी जगह विनोद अडानी आ गए। इतना ही नहीं कई अपराधिक जांच में गुदामी डायरेक्टर/शेयरहोल्डर चांग चुंग-लिंग को डीआरआई ने अडानी ग्रुप की कंपनियों का डायरेक्टर बताया गया है। बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि चांग चुंग-लिंग का अडानी समूह के साथ गहरा रिश्ता और जुड़ाव है।